आगरा में हाईजैक की गई स्लीपर कोच बस झांसी से बरामद कर ली गई है। यह जानकारी देते हुए प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि बस के सभी यात्री सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि श्रीराम फाइनेंस के लोगों ने गलत ढंग से कर्ज वसूली के लिए इस वारदात को अंजाम दिया। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले में रिपोर्ट तलब की है।
उधर, आगरा पुलिस के क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के अनुसार गुड़गांव से मंगलवार शाम तीन बजे पन्ना (छतरपुर) के लिए निकली स्लीपर कोच बस रात 11 बजे आगरा से आगे बढ़ी। रास्ते में दक्षिणी बाईपास पर महुअर के पास बोलेरो सवार बदमाशों ने हाईजैक कर लिया। बस में 34 सवारियां थीं। बदमाशों ने चालक-परिचालक को अपनी गाड़ी में बैठाया और बस पर खुद कब्जा कर लिया।
कई घंटे चालक-परिचालक को घुमाने के बाद कुबेरपुर (एत्मादपुर) के पास छोड़ दिया। बस को सवारियों सहित लेकर चले गए। बस रात को सवा दो बजे इटावा पहुंची। वहां बस के सभी यात्रियों को उतारकर एक अन्य ट्रेवल्स की बस में बैठा दिया। सुबह चालक-परिचालक मलपुरा थाने पहुंचे। सूचना दी। तो पुलिस के होश उड़ गए। रात दो बजे बस ने इटावा पार किया था। प्रारंभिक छानबीन में यह जानकारी मिली।
घटना देर रात की है। बस संख्या यूपी75 एम-3516 गुरुग्राम से चली थी। डबरा ग्वालियर (मध्य प्रदेश) निवासी रमेश स्लीपर बस में 34 सवारी लेकर मंगलवार शाम को गुरुग्राम से मप्र के पन्ना में अमानगंज को निकले थे। रात 10.30 बजे वे दक्षिणी बाइपास के रायभा टोल प्लाजा के पास पहुंचे। वहां उन्हें बोलेरो व जाइलो में सवार आठ- नौ युवक मिले। गाड़ी सवारों ने खुद को फाइनेंसकर्मी बताकर बस रोक ली। चालक से बस से नीचे उतरने को कहा। चालक नहीं उतारा।
वहां से बस लेकर आगे चल दिया। गाड़ी सवारों ने बस का पीछा किया। मलपुरा क्षेत्र में न्यू दक्षिणी बाईपास पर ही उन्होंने बस को ओवरटेक करके अपनी गाड़ी उसके आगे लगा दी। चालक और परिचालक को जबरन बस से नीचे खींच लिया। बस में बैठी सवारियां दहशत में आ गईं। उनमें चीख पुकार मच गई। बदमाशों ने सवारियों से कहा कि शांत रहे। किसी को कोई खतरा नहीं है। चार बदमाश बस में बैठ गए। एक ने स्टेयरिंग संभाल ली।
बस को लेकर आगे चल दिए। इधर चालक-परिचालक को अपनी एक गाड़ी में बैठा लिया। चालक ने बताया कि बदमाश बस को ग्वालियर रोड पर उतारकर सैंया की तरफ ले गए। सैंया से फतेहाबाद होते हुए लखनऊ एक्सप्रेस वे पर आ गए। परिचालक से सवारियों के रुपये वापस कराए और सवारियों समेत बस लेकर चले गए। बदमाशों ने चालक और परिचालक को दिल्ली-कानपुर हाईवे पर कुबेरपुर के पास छोड़ दिया। उस समय सुबह के चार बजे थे। चालक और परिचालक ने मलपुरा थाने पहुंचकर घटना की जानकारी पुलिस को दी।
जानकारी मिलते ही एसएसपी बबलू कुमार मौके पहुंच गए। एसएसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला फाइनेंस का ही लग रहा है मगर अंदाज दुस्साहसिक है। मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। बस और सवारियों का पता लगाया जा रहा है। रात दो बजे बस ने इटावा क्रास किया था। बाद में बस का लोकशन झांसी में मिली।