पीलीभीत में बाढ़ में फंसने के बाद पेड़ पर शरण लिए हुए लोगों को रेस्क्यू करने के लिए इंस्पेक्टर थाना हजारा टीम के साथ रवाना हो गए। उन्होंने जल्द ही इन लोगों को रेस्क्यू करने की बात कही है। ट्रांस शारदा क्षेत्र के गांव नहरोसा निवासी ग्रामीण शारदा के नेपाल सीमावर्ती गांव टांगिया के आसपास जंगल क्षेत्र में गौढ़ी संचालन का कार्य करते हैं। पहाड़ी और मैदानी क्षेत्र में बारिश के बाद शारदा में आई बाढ़ से सभी ग्रामीण वहीं फंस गए। पास खड़े पेड़ों पर बैठकर उन्होंने जान बचाई। मंगलवार की शाम को उन्होंने वीडियो वायरल कर निकालने की गुहार लगाई थी। तब से अभी तक पेड़ पर ही शरण लिए हुए हैं। सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने वहां पहुंचने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सकी। बुधवार को भी रेस्क्यू टीम भेजी गई लेकिन ट्यूब पंचर हो जाने के कारण वहां तक नहीं पहुंच सकी। इंस्पेक्टर थाना हजारा हरीशवर्धन सिंह ने बताया कि गुरुवार वह रेस्क्यू टीम के साथ टांगिया के लिए रवाना हो गए हैं। उन लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। जल्द ही मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू किया जाएगा।
अमरिया क्षेत्र के गांवों में घुसा बाढ़ का पानीः बारिश थमने के बाद देवहा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। क्षेत्र के आस पास बरा दुन्वा, मझलिया,तुर्कपुर बढ़वार नगरिया कालौनी हिमकनपुर, खलीनवादा, रसूला,भूड़ा कैमोर , हरदासपुर, उड़रा उगनपुर,कुर्री आदि गांवों के पास नदी का पानी चल रहा है। मंगलवार रात दो बजे के बाद देवहा नदी में 56000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नगरिया कालौनी के पास डबरी नदी के रपटा पुल के ऊपर से पानी बह रहा है जिससे भंगा भिखारीपुर माधौपुर मार्ग पर आवागमन बंद हो गया है। हर तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। नदी किनारे खेतों में खड़ी फसलें पानी में डूब गई हैं। दोपहर बाद नदी के जलस्तर में तीन हजार क्यूसेक पानी कम हुआ है। लेकिन अभी भी पानी काफी है तेज़ बहाव के साथ चल रहा है। पानी कम होने के बाद भूमि कटान का खतरा बढ़ सकता है। सिंचाई विभाग में तैनात टंडैल महेंद्र सिंह ने बताया पानी अभी नानकसागर बांध व कैलाश नदी से काफी आ रहा है हालांकि कुछ पानी में कमी आई है शाम तक देवहा नदी के जलस्तर में कमी हो सकती है।