उत्तराखंड में कोरोना के मामले तेजी बढ़ने के साथ अब यहां ओमिक्रॉन का खतरा भी बढ़ने लगा है. नैनीताल जिले के सुयालबाड़ी (Suyalbari) में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय गंगरकोट (Jawahar Navoday School) में एकसाथ 85 छात्रों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने से हड़कंप मचा गया है. एक साथ 85 छात्रों के संक्रमित पाए जाने से प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आ गया है. फिलहाल सभी बच्चों को स्कूल में ही आइसोलेट किया गया है. अब तक कुल 96 बच्चों में कोरोना (Coronavirus) के लक्षण मिले हैं. वहीं क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सौनगांव में तैनात शिक्षक की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
बीते बुधवार और गुरुवार को 11 छात्र-छात्राओं के साथ विद्यालय के प्रधानाचार्य की रिपोर्ट भी संक्रमित आई थी, जिन्हें अलग-अलग हॉस्टल में आइसोलेट किया गया है. इनकी देखभाल डॉक्टरों की टीम कर रही है. सीएचसी गरमपानी के कोविड सैंपल प्रभारी मदन गिरी गोस्वामी ने बताया कि विद्यालय के 85 विद्यार्थी कोरोना संक्रमित आए है. विद्यालय के 70 प्रतिशत बच्चे बुखार, खासी और नाक बंद से पीड़ित हैं.
सौनगांव में तैनात शिक्षक भी हुआ संक्रमित
वहीं राजकीय प्राथमिक स्कूल सौनगांव में तैनात दूसरे शिक्षक भी कोरोना संक्रमित आए हैं. क्षेत्र में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग की टीम भी सकते में आ गई है. वहीं प्रशासन भी क्षेत्र में बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को मास्क, सैनिटाइजर और सामाजिक दूरी बनाने को लेकर जागरूक कर रहा है. कोश्याकुटौली के एसडीएम राहुल साह का कहना है कि नवोदय विद्यालय को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है.
एसडीएम राहुल साह ने बताया कि नेगेटिव छात्रों के अभी रैपिड एंटीजन टेस्ट होंगे, जिसके बाद परिजनों की सहमति से बच्चों को घर भेज दिया जाएगा. वहीं बच्चों को विद्यालय में ही आइसोलेट निगरानी बढ़ाने के साथ ही विशेष टीम भी तैनात की जा रही है.
बच्चों की फिर होंगी सैंपलिंग, स्कूल बंद करने के आदेश
डीएम नैनीताल धीरज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में रहने वाले 450 बच्चों की सैंपलिंग के बाद 85 बच्चे पॉजिटिव पाए गए हैं. एक बार फिर बच्चों की सैंपलिंग की जाएगी. जांच परिणाम आने के बाद बच्चों को घर भेजा जाएगा. सीएमओ डॉ. भगवती जोशी के अनुसार, संक्रमित पाए गए बच्चों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं. प्रधानाचार्य को विद्यालय बंद करने के निर्देश दिए गए हैं. कोरोना संक्रमित बच्चों की निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉक्टरों की टीम गठित की गई है.