नागा शांति समझौते के असंतुष्ट लोगों पर चीन की खुफिया एजेंसियों (Chinese intelligence agencies) की नजर बनी हुई है. इससे जुड़े असंतुष्ट नेताओं को चीनी एजेंसियां भड़काने की साजिश रच रही हैं. दैनिक ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक सूत्रों का कहना है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने पता लगाया है कि चीनी एजेंसियां उत्तर-पूर्वी राज्यों में इसे लेकर काम कर रहीं हैं.
चीनी खुफिया एजेंसियां उत्तर-पूर्वी राज्यों में काम कर रही हैं ताकि किसी भी तरह से असंतुष्ट नेताओं को प्रभावित किया जा सके. उनका उद्देश्य है कि वे ‘आंतरिक’ अशांति को और गहरा कर सकें और क्षेत्र में चल रही शांति प्रक्रिया में देरी कर सकें.
सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि इस बात की जानकारी गृह मंत्रालय को दी गई है. मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी चीनी एजेंसियों द्वारा बनाई गई इस योजना के खिलाफ काम कर रहे हैं.
बता दें कि हाल ही में विद्रोही समूह ने मांग की थी कि वह अलग ध्वज और संविधान के बिना केंद्र सरकार के साथ सम्मानजनक शांति वार्ता नहीं करेगा. एनएससीएन-आईएम ने एक बयान में कहा गया था कि सभा ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पारित किया है, जो एनएससीएन-आईएम के कथन को दोहराता है.
विद्रोह समूह चाहता है कि नागा राष्ट्रीय झंडा और संविधान, भारत-नागा राजनैतिक समाधानों का हिस्सा जरूर बनें और सौदे को सम्मानजनक और स्वीकार्य के रूप में योग्य बनाएं.