देशभर में आज नागपंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है। इस दिन खास विधि-विधान से नाग देवता की पूजा करने पर कई तरह की परेशानियों से छुटकारा मिलता है। नागपंचमी हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। नाग को भगवान शंकर ने अपने गले में धारण किया है, लिहाजा नाग पंचमी पर नाग देवता के साथ-साथ शिव जी की पूजा करनी चाहिए। आप मंदिर जाकर यह पूजा कर सकते हैं या घर पर भी पूजा की जा सकती है। हालांकि इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है वरना आपको पुण्य मिलने की बजाय पाप लग सकता है और जिंदगी में परेशानी आ सकती है।
नाग पंचमी के दिन नाग देवता के लिए व्रत रखकर उनकी पूजा की जाती है। काल सर्प दोष और राहु-केतु से संबंधित दोषों का निवारण करने के लिए भी आज का दिन बहुत शुभ होता है। हालांकि, नाग पंचमी को लेकर कई सारी गलत बातें लोगों को पता होती हैं, जिनकी वजह से लोग पूजा में गलती करते हैं। ऐसा करने पर पाप लग सकता है। इस दिन जीवित नाग को नहीं छेड़ना चाहिए।
नाग पंचमी पर भूलकर न करें ये काम
नाग पंचमी के दिन कभी भी जीवित सांप की पूजा नहीं करनी चाहिए, बल्कि इस दिन नाग देवता की मूर्ति या फोटो की पूजा करें। मंदिर में जाकर भी पूजा कर सकते हैं।
इस दिन जीवित सांप को दूध न पिलाएं। सांप के लिए दूध जहर के समान हो सकता है। इसलिए उनकी प्रतिमा का ही दूध से अभिषेक करें।
ज्योतिष में यह बात साफ तौर पर लिखी गई है कि नाग पंचमी के दिन काल सर्प दोष और राहु-केतु दोष का निवारण करने के लिए पूजा-पाठ करना चाहिए, लेकिन इसका संबंध जीवित सांप से बिल्कुल भी नहीं है। इसलिए इन दोषों से छुटकारा पाने के लिए जीवित सांप की पूजा न करें और ना ही सांप को कोई कष्ट पहुंचाएं, वरना जिंदगी में भारी संकट का सामना करना पड़ सकता है।
क्या है पूजा का तरीका
कोरोनाकाल में घर से बाहर निकलने पर खतरा है और सरकार ने भी कई तरह की पाबंदियां लगाई हैं। इसलिए घर पर रहकर ही पूजा करना बेहतर है। इसके लिए सबसे पहले घर पर चौकी पर नाग देवता की मूर्ति स्थापित करें। दूध से अभिषेक करें और उन्हें हल्दी जरूर लगाएं। इसके बाद कुमकुम-अक्षत लगाएं और धूप-दीप जलाकर पूजा करें। अब मिठाई का भोग लगाएं और उन्हें नारियल अर्पित कर उनका आशीर्वाद लें।