बांदा जेल में बाहुबली मुख्तार अंसारी पूरी तरह से सुरक्षित हैं। केन्द्रीय जेल प्रशासन ने अब मुख्तार अंसारी की सुरक्षा का ब्यौरा दिया है। ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की सुरक्षा पर उनके परिजनों ने कई बार गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप के बाद हरकत में आए जेल प्रशासन ने मुख्तार अंसारी की सुरक्षा का पूरा खाका मीडिया के सामने बता दिया है। जेल प्रशासन के अनुसार मुख्तार की सुरक्षा में दर्जनों आरक्षियों के अलावा 20 सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। मुख्तार अंसारी के बेटे ने जेल में पिता की जान को खतरा बताया था। इन आरोपों को जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि मंडल कारागार में मुख्तार पूरी तरह से सुरक्षित है और उन्हें किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। जेलर ने बताया कि जेल परिसर में सीसीटीवी के साथ पीएसी का कड़ा पहरा है। ऐसे में असुरक्षा की बात करना ठीक नहीं है।
जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि सिविल पुलिस की टीम भी मुख्तार अंसारी की सुरक्षा कर रही है। इन टीम के साथ एक डिप्टी जेलर की भी पर ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि मैं लगातार सीसीटीवी के साथ निरीक्षण करता रहता हूं। जेलर ने कहा कि मुख्तार अंसारी के बेटे द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से असत्य और निराधार हैं, जेल में मुख्तार को किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।
जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया मुख्तार की सुरक्षा में पीएसी के 30 आरक्षी, कारागार स्तर के 9 आरक्षी, 25 पुलिस के जवान, 15 जवान जेल प्रशासन के लोग लगे है। जिला कारागार बांदा में एक डिप्टी जेलर को भी सुरक्षा के लिए लगाया गया है। 48 सीसीटीवी कैमरों से पूरे जेल में निगरानी की जा रही है। जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि 20 सीसीटीवी कैमरे उनकी बैरक के चारों तरफ लगे हैं। जेल की सभी हलचल पर कैमरों की पैनी नजर है। मुख्तार तक पहुंचने वाले को उन 20 कैमरों से गुजर कर जाना होगा। उन्होंने खाने के आरोप पर कहा कि एक डिप्टी जेलर रैंक का अधिकारी अपने सामने खाना बनवाता है। खाना चखकर देखा जाता है फिर मुख्तार को दिया जाता है। भोजन पर किसी भी स्तर आरोप नहीं लगाया जा सकता है।