कोरोना संकट के बीच चुनाव आयोग आज शनिवार दोपहर बाद 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने जा रहा है. ये चुनाव इस मायने में खास है क्योंकि महामारी की लीहरी लहर के बीच चुनाव होने जा रहा है. कहा जा रहा है कि आयोग उत्तर प्रदेश में 6 से 8 चरणों में मतदान करा सकता है. पिछली बार यूपी में 7 चरणों में मतदान हुए थे.
चुनाव आयोग आज 8 जनवरी को उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा. इससे पूर्व 5 साल पहले आयोग ने इन 5 राज्यों की चुनाव की तारीखों का ऐलान आज से 4 दिन पहले 4 जनवरी 2017 को किया था. आइए, जानते हैं कि पिछले चुनाव में इन 5 राज्यों में किन-किन चरणों में मतदान कराए गए थे.
पिछली बार यूपी में 7 चरणों में हुई थी वोटिंग
4 जनवरी, 2017 को चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था, जिसमें उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में चुनाव संपन्न कराया गया था. यूपी में सात चरणों में 11 फरवरी से आठ मार्च के बीच चुनाव कराए गए थे. जबकि गोवा और पंजाब में चार फरवरी को चुनाव कराए गए. जबकि उत्तराखंड में 15 फरवरी को और मणिपुर में दो चरणों में चार और 8 मार्च को चुनाव कराए गए थे. इन सभी 5 राज्यों में मतों की गिनती 11 मार्च को कराई गई थी.
उत्तर प्रदेश की 403 सीटों पर 7 चरणों में मतदान कराया गया था, जिसमें पश्चिमी यूपी के 15 जिलों 73 सीटों पर 11 फरवरी को मतदान कराया गया. यूपी में चुनाव का पहला चरण 11 फरवरी, दूसरा चरण 15 फरवरी, तीसरा चरण 19 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 4 मार्च और सातवां चरण 8 मार्च को रखा गया था. जबकि पंजाब और गोवा में एक ही चरण में मतदान कराया गया था. पंजाब में 4 फरवरी तो गोवा में 4 मार्च को वोटिंग कराई गई. उत्तराखंड में 15 फरवरी तो मणिपुर में दो चरणों 4 और 8 मार्च को मतदान कराया गया था.
4 राज्यों का कार्यकाल मार्च में खत्म हो रहा
दूसरी ओर, इस बार कहा जा रहा है कि सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 8 चरणों में मतदान कराए जा सकते हैं जबकि पंजाब में 3 चरणों में वोटिंग कराई जा सकती है. इसके अलावा चुनाव आयोग मणिपुर में दो चरणों के अलावा गोवा और उत्तराखंड में एक-एक चरण में मतदान कराने का ऐलान कर सकता है. पिछली बार भी मणिपुर में 2 चरणों में वोटिंग कराई गई थी.
कहा जा रहा है कि 2017 में हुए विधानसभा के चुनाव की तारीखों की तरह ही इस बार भी फरवरी और मार्च के पहले हफ्ते तक चुनाव खत्म कराए जा सकते हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल मई 2022 में समाप्त हो रहा है, जबकि शेष चार राज्यों की विधानसभाओं का कार्यकाल मार्च 2022 में अलग-अलग तिथियों पर समाप्त हो रहा है.