बॉलीवुड की इस चकाचौंध भरी दुनिया में हर दिन हजारों रिश्ते जुड़ते हैं. जिनमें से कई रिश्ते ऐसे होते हैं, जो हमेशा के लिए बंध जाते हैं. लेकिन इनमें से कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो समय के साथ एक कच्ची डोर की तरह टूट जाते हैं. फिल्मी जगत में कई ऐसे जोड़े हैं जो शादी के बंधन में तो बंधे लेकिन अपने रिश्ते को निभा नहीं पाए, और किसी दूसरे पर दिल हार बैठे. कई ऐसे स्टार्स भी रहे जिन्होंने अपने ही बचपन की दोस्त से शादी रचाई. लेकिन उस रिश्ते को बांधने में नाकामयाब रहे. आज इसी सिलसिले में हम बात करेंगे मशहूर और दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र कुमार (Dharmendra Kumar) की. जिनकी प्रेम कहानी का किस्सा कुछ इसी तरह रहा. साल 1957 की बात है, जब धर्मेंद्र ने प्रकाश कौर (Prakash Kaur) से पहली शादी रचाई. लेकिन इस शादी से जुड़ी बहुत कम तस्वीर ही सोशल मीडिया पर उपलब्ध है.
कहते हैं कि धर्मेंद्र और प्रकाश कौर की मुलाकात एक शादी के कार्यक्रम में हुई थी. दोनों को एक साथ शादी के स्टेज पर पोज देकर फोटो क्लिक करवाते हुए देखा गया. फोटोज में धर्मेंद्र बहुत ही हैंडसम नजर आ रहे हैं.तस्वीर में आप देख सकते हैं कि, धर्मेंद्र ने सूट पहना है. जबकि प्रकाश कौर ने सिल्क साड़ी पहनी है.
19 साल की उम्र में ही धर्मेंद्र ने प्रकाश कौर (Dharmendra first wife Prakash) के साथ सात फेरे ले लिए थे. इसके बाद प्रकाश कौर से धर्मेंद्र को चार बच्चे सनी देओल, बॉबी देओल, विजीता देओल और अजीता देओल हुए. प्रकाश कौर ने एक मैगजीन को इंटरव्यू देते हुए अपने प्यार का खुलासा किया था.उन्होंने कहा था कि, ‘वो (धर्मेंद्र कुमार) पहले और आखिरी ऐसे शख्स हैं जिनसे मैंने प्यार किया. मैं उनकी बहुत ज्यादा रिस्पेक्ट करती हूं. मैं उन्हें दोष दूं या इसे अपनी किस्मत कहूं. मैं हमेशा उन पर यकीन करूंगी, आखिरकार वो मेरे बच्चो के पिता हैं.’
इसके साथ ही इंटरव्यू के दौरान प्रकाश कौर ने अपने पति धर्मेंद्र की दूसरी शादी पर अपने दर्द को भी साझा किया था. एक्टर की पहली पत्नी ने बातचीत में कहा था कि, ‘शायद वो दुनिया के सबसे अच्छे पति न हों लेकिन वो बहुत ही ज्यादा अच्छे इंसान हैं. एक अच्छे पिता हैं. उनके बच्चे भी उनसे बेहद प्यार करते हैं.वो कभी भी अपने बच्चों को अनदेखा नहीं करते हैं. उन्होंने ये भी सप्ष्ट किया था कि, लोगों को ये लगता है कि मैनें अपने पति से इस बात को लेकर डील की थी कि वो हेमा मालिनी (Hema malini) से शादी कर लें. लेकिन मेरे बच्चों के करियर में वो आगे मदद करें. लेकिन ये बात बिल्कुल झूठी है. ये भला कैसे संभव हो सकता है?’