हिंदुस्तान की सियासत बेहद अलहदा है। यहां आए दिन कुछ न कुछ होता रहता है। ऐसा ही कुछ आजकल जम्मू-कश्मीर में हो रहा है। दरअसल, वहां कुछ दिनों पहले ही नगर निकाय के चुनाव होने हैं। बस.. फिर क्या.. इसी की तैयारी में वहां के सारे दल जुट चुके हैं, लेकिन इस बीच वहां कुछ ऐसा हो गया जो एक तरफ जहां बीजेपी को रास नहीं आया तो वहीं दूसरी कांग्रेस उससे अपना बचाव करने लग गई। आखिर जम्मू-कश्मीर में नगर निकाय चुनाव से पूर्व क्यों मचा बवाल। जानने के लिए पढ़िए हमारी ये खास रिपोर्ट
बता दें कि नगर निकाय चुनाव के बहाने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए वहां के सभी दल एक छत के तले आ गए। मतलब.. गठबंधन कर लिया.. और उस गठबंधन का नाम गुपकार अलायंस रखा गया है… इस गठबंधन में बहुत सारी पार्टियां संलिप्त हैं। मसलन, नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत पीडीपी, पीपल्स कॉन्फेंस, सीपीआई (एम), पीपल्स यूनाइटेड फ्रंट, पैंथर्स पार्टी और आवामी नैशनल कॉन्फ्रेंस पार्टियां शामिल हैं। अब यह सभी दल चुनाव लड़ने के लिए एक गठबंधन का सहारा लेकर एक छत के तले आ गए हैं। यह सभी दल नगर निकाय चुनाव में अनुच्छेद 370 सहित अन्य स्थानीय मसलों का सहारा लेकर चुनावी मैदान में कूदने जा रहे हैं। यह सभी दल अब प्रदेश में अनुच्छेद 370 की वापसी के लिए लामबंद हो चुके हैं। बस.. इसी के चलते बवाल मच हुआ है। एक तरफ जहां बीजेपी इस गुपकार अलायंस को निशाने पर ले रही है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस इससे अपनी दूरी बना रही है।
बीजेपी ने इस गुपकार अलायंस के संदर्भ में प्रेस कांफ्रेस किया है। इस प्रेस कांफ्रेंस में सांबित पात्रा सहित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस गुपकार अलायंस को देश विरोधी करार दिया। उन्होने कहा कि यह लोग फिर से जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की वापसी कर यहां विभाजन पैदा करना चाहते हैं। शाह ने अपने घोषणापत्र में इसे नापाक वैश्विक गठजोड़ करार दिया है। उन्होेंने कहा कि यह गठजोड़ फिर से घाटी में आतंक की वापसी करना चाहता है। दहश्त का रूख देना चाहता है। अनुच्छेद 370 को निरस्त करके जो अधिकार आदिवासियों सहित अन्य लोगों को प्रदान किए गए हैं। वे इन अधिकारों को वापस लेना चाहते हैं। यह लोग घाटी में आतंक और आशांति का युग वापस लाना चाहते हैं। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।
फिर फारूख अब्दुल्ला ने दिया ऐसा बयान
उधर, बीजेपी के इस उक्त बयान के बाद फारूख अब्दुल्ला ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मैं उनके कूंठा के पीछे की वजह समझ सकता हूं। वहीं, महबूबा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि “खुद को मसीहा और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को देश का दुश्मन की तरह पेशकर भारत को बांटने के भाजपा के हथकंडे का अनुमान लगाया जा सकता है।” एक और ट्वीट में लिखा – ‘‘बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई (जैसे मुद्दों) के स्थान पर लव जेहाद, टुकड़े-टुकड़े और अब गुपकर गैंग राजनीतिक विमर्श में हावी हो गया है।’’
कांग्रेस की रही ऐसी प्रतिक्रिया
वहीं, एक तरफ जहां बीजेपी जम्मू-कश्मीर में बने इस अलायंस को देश विरोधी करार दे रही है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने कहा कि हमारा इस गठबंधन से कोई लेना देना नहीं है। उधर, बीजेपी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी का यह अब चाल, चरित्र और चेहरा बन चुका है कि वो झूठे आ्ररोप मंढते रहते हैं।