कोरोना संकट के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें बताया गया कि देश में इस समय 21 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं. यूपी, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, दिल्ली आदि राज्यों में कोरोना के नए केस तेजी से बढ़े हैं. हालांकि, मृत्यु दर कम है. देश के 308 जिलों में कोरोना काबू में है. लेकिन 146 जिलों में हालात चिंताजनक हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि देश में 146 जिले ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी रेट 15% से अधिक है जो चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि देश में एक्टिव केसों की संख्या 21,57,000 है. यह संख्या पिछले साल के हमारे अधिकतम संख्या के दो गुना है. रिकवरी रेट 85% है और मृत्यु दर 1.17% है.
उन्होंने बताया गया कि पिछले साल औसत सबसे ज्यादा मामले 94,000 प्रतिदिन के पास दर्ज़ किए गए थे. जबकि इस बार पिछले 24 घंटों में 2,95,000 मामले दर्ज़ किए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर कहा कि 6,600 मीट्रिक टन राज्यों को दिया गया है. हमने इस्पात संयंत्रों को आपूर्ति को प्रतिबंधित कर दिया है. केवल जिनके पास कैप्टिव ऑक्सीजन संयंत्र हैं, उन्हें अधिक ऑक्सीजन आपूर्ति दी जाएगी. सप्लाई और बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है.
वैक्सीनेशन के मसले पर राजेश भूषण ने बताया कि देश में 13 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज़ दी जा चुकी है. पिछले 24 घंटों में लगभग 30 लाख वैक्सीन डोज़ दी गई है. देश में लगभग 87% हेल्थ वर्कर्स को उनकी पहली डोज़ दी जा चुकी है. देश में अबतक 79% फ्रंट लाइन वर्कर्स को पहली डोज़ मिल चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि केस बढ़ने के साथ ही अपस्तल में बेड्स की संख्या भी बढ़ाई जा रही है. एक मार्च को तीन केंद्रीय अस्पतालों में 510 बेड्स थे, 226 ऑक्सीजन बेड्स और 71 ICU बेड्स थे. वहीं अब ये संख्या 2105 है. जिसमें 1875 ऑक्सीजन बेड्स और 230 ICU बेड्स हैं. रेलवे और DRDO ने भी मिलकर बेड्स की संख्या बढ़ाई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पांच राज्यों, महाराष्ट्र, यूपी, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और केरल जैसे राज्यों में एक लाख से अधिक एक्टिव केस हैं. गौरतलब है कोरोना से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र परेशान है. यहां 50 हजार से अधिक केस और 500 के करीब मौतें प्रतिदिन हो रही हैं. इसके अलावा यूपी, दिल्ली, एमपी में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.