कांग्रेस नेता (Congress Leader) राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि कर्नाटक ने दिखाया कि (Karnataka has Shown that) इस देश (This Country) को मोहब्बत (Love) अच्छी लगती है (Feels Good) । कर्नाटक में नफ़रत का बाजार बंद हुआ है, मोहब्बत की दुकान खुली है। कर्नाटक की जनता से हमने 5 वादे किए थे, हम इन वादों को पहले दिन पहली कैबिनेट में पूरा करेंगे ।
राहुल गांधी ने कहा कि ‘सबसे पहले मैं कर्नाटक की जनता को, सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई और धन्यवाद देता हूं। जो काम किया है हमारे लोगों ने, उनका आभार। कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में गरीबों के साथ खड़ी हुई। कर्नाटक के चुनाव में एक तरफ पूंजीवादियों की ताकत थी और दूसरी तरफ गरीब थे। हम गरीबों के मुद्दे पर लड़े. हमने प्यार से ये लड़ाई लड़ी।
इससे पहले कांग्रेस की बंपर जीत पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘कर्नाटक में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जो माहौल देखने को मिला था, आज उसी का नतीजा कर्नाटक के चुनाव परिणाम में दिख रहा है। यूपीए चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे, श्री राहुल गांधी एवं श्रीमती प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने शानदार कैंपेन किया। कर्नाटक ने सांप्रदायिक राजनीति को नकार कर विकास की राजनीति को चुना है। आने वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी इसकी पुनरावृत्ति होगी।’
गौरतलब है कि जब 22 महीने पहले भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने बासवराज बोम्मई के हाथ में कर्नाटक की कमान सौंपी थी। तब उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में गुजरात जैसा चमत्कारिक जीत दर्ज करेगी। हालांकि, आज (13 मई) जो नतीजे आए हैं, उससे साफ है कि दक्षिण का द्वार बीजेपी के हाथ से निकल गया है। एक बार फिर कांग्रेस के हाथ में कर्नाटक की सत्ता पहुंचने जा रही है। नतीजों से साफ है कि कर्नाटक में भाजपा का बोम्मई प्रयोग नहीं चल पाया है। भाजपा ने कर्नाटक की कमान येदियुरप्पा जैसा कद्दावार नेता के हाथ से बोम्मई को सौंपी थी।