पूर्वोत्तर का राज्य मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। मणिपुर में भड़की हिंसा की आग पर काबू पाने के लिए सरकार ने इंटरनेट बैन करने के साथ ही उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए थे। इस बीच चुराचांदपुर में सीआरपीएफ के एक कोबरा कमांडो की हत्या के बाद स्थिति और भी खराब हो गई है। ऐसे में अब छुट्टी पर दगए सीआरपीएफ के जवानों को करीबी सिक्योरिटी बेस में रिपोर्ट करने को कहा है। सीआरपीएफ ने अपने उन जवानों को परिवार के साथ सिक्योरिटी बेस में रिपोर्ट करने को कहा है जो मणिपुर में रहते हैं और अपने होम टाउन छुट्टी पर गए हैं।
बता दें, सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो की हत्या उस वक्त हुई जब वह छुट्टी पर थे। इस दौरान शुक्रवार दोपहर को हमलावरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। ऐसे में अब सीआरपीएफ के मुख्यालय ने फील्ड कमांडर्स को आदेश जारी किया है कि वह मणिपुर से आने वाले ऑफ ड्यूटी कमांडरों से तुरंत संपर्क करें और उन्हें सिक्योरिटी बेस में आने का मैसेज दें।
मीडिया के मुताबिक सीआरपीएफ के जवानों के लिए जारी किए गए आदेश के मुताबिक जो भी जवान छुट्टी पर होम टाउन गए हैं वह अगर खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं तो तुरंत अपने पास के सिक्योरिटी फोर्स बेस में संपर्क करें। इसके साथ ही मणिपुर और नागालैंड सेक्टर में मौजूद सीआरपीएफ के ऑफिसों से हर संभव मदद उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।
बता दें, सीआरपीएफ के जिस कमांडो की हत्या की गई है उसकी पहचान 204वीं कोबरा बटालियन के डेल्टा कंपनी के कॉन्सटेबल चोनखोलन हाओकिप के तौर पर की गई है। जानकारी के मुताबिक हमलवरों ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी और इसी दौरान गांव में घुस कर उनकी हत्या कर दी गई। बता दें मणिपुर की हिंसा में अब तक 18-20 लोगों की मौत हो गई है जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। हालांकि कई जगहों पर स्थिति बेहतर होने की खबर भी सामने आ रही है और जिन इलाकों में हालात गंभीर हैं, उन्हें फोर्स काबू में लाने की कोशिश कर रही है।
इससे पहले शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने हाई लेवल बैठक की थी। इस दौरान वीडियो क़ॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन्होंने सीएम एन बीरेन सिंह से बात की और हालातों की समीक्षा की।