कहते है कि किस्मत बड़ी ही खराब चीज होती है। कभी भी पलट सकती है। वक्त का कोई भरोसा नहीं रहता है। कभी भी अमीर गरीब हो सकता है, और गरीब करोड़पति हो सकता है। ऐसी की एक कहानी हम आपको आज बताने वाले है जिसे सुनकर आप यकीन नहीं करेंगे। जी हां, कल तक जो महिला सरकारी अफसर बनकर लाल बत्ती की कार में घूमती थी, आज वह बकरियां चराती है।
चौंक गए ना, यह खबर सुनकर। दरअसल यह कहानी कोई फिल्मी स्टोरी नहीं, बल्कि एक कड़वी सच्चाई है। मध्यप्रदेश की रहने वाली महिला जूली आदिवासी की किस्मत इतनी खतरनाक पलटी है कि उसे भी अब तक यकीन नहीं होता है। दरअसल जूली मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की बदरवास की रहने वाली है। किसी जमाने में जूली आदिवासी जिला पंचायत का चुनाव जीतकर अध्यक्ष पद पर आसीन हुई थी।
उस वक्त जूली के पास लाल बत्ती की गाड़ी हुआ करती थी। साथ ही आगे पीछे सरकारी अधिकारियो का काफिला चलता था। सब लोग जूली को मैडम कहकर बुलाते थे। मगर अब ना तो कोई इसे मैडम बुलाता है, ना ही वो ऐशोआराम है। 5 साल के मजे के बाद अब वापस जूली को गरीबी से जूंझना पड़ रहा है। वह इन दिनों बकरियां चराकर अपना पेट पाल रही है।
प्रधानमंत्री आवास के तहत घर प्राप्त करने के लिए जब जूली सरकारी अधिकारीयों के पास गई तो उन्हें डांटकर वहां से भगा दिया गया। किसी ने भी जूली की गुहार नहीं सुनी। हालांकि अधिकारियों से बात करने पर उन्होंने बताया है कि उन्हें अब तक इस मामले की कोई जानकारी नही है। अफसरों को कहना है कि जूली को सरकारी कागजों में तो घर कब का ही मिल चुका है। मगर जूली अब भी बेघर ही है। बच्चे भी मजदूरी करते हैं। वाकई में किस्मत बड़ी ही अजीब चीज है।