प्रभास, कृति सैनन, सैफ अली खान स्टारर ‘आदिपुरुष’ विवादों में घिरी हुई है. फिल्म का डायरेक्शन और डायलॉग्स दोंनों की आलोचना हो रही है. फिल्म के डायलॉग्स से नाराज अयोध्या के संतों ने इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. यह दूसरी बार है जब संतों ने फिल्म के खिलाफ आवाज उठाई है. इससे पहले फिल्म के टीजर में दिखी विकृति को लेकर संतों ने आपत्ति जताई थी. उन्होंने दावा किया कि फिल्म में ‘रामायण’ के पात्रों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है और हिंदू-देवताओं को विकृत तरीके से दिखाया गया है.
राम जन्मभूमि के प्रमुख पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि पहले के विरोध के बावजूद फिल्म निर्माताओं ने रामायण के पात्रों को गलत तरीके से पेश किया है और हिंदू देवी-देवताओं को विकृत तरीके से दिखाया. उन्होंने कहा, “फिल्म के डायलॉग्स शर्मनाक हैं और फिल्म पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.”
‘आदिपुरुष’ में देवी-देवाताओं को गलत तरीके से दिखाया गयाः सत्येंद्र दास
सत्येंद्र दास ने कहा, “भगवान राम, भगवान हनुमान और साथ ही रावण को पूरी तरह से अलग तरीके से प्रस्तुत किया गया है. फिल्म में हमारे देवताओं को पूरी तरह से अलग रूप में दिखाया गया है, जो हमने अब तक पढ़ा और जाना है.” इसके अलावा, अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमान गढ़ी मंदिर के पुजारी राजू दास ने भी फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
हिंदू धर्म को बर्बाद करने पर तुला बॉलीवुडः राजू दास
राजू दास ने कहा, “बॉलीवुड हिंदू धर्म को विकृत करने पर तुला हुआ है. फिल्म ‘आदिपुरुष’ इस बात का एक उत्कृष्ट उदाहरण है कि उसे हिंदू भावनाओं की कोई चिंता नहीं है.” अयोध्या के संतों की सबसे शक्तिशाली संस्था मणि राम दास छावनी पीठ ने भी फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग का समर्थन किया है.