अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दवा निर्माता कंपनी फाइजर और मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन को सुरक्षित एवं कारगर बताते हुए कहा है कि देश के खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) ने फाइजर द्वारा विकसित की गयी कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन स्थिति में उपयोग को मंजूरी प्रदान कर दी है। अमेरिका में शुक्रवार देर रात को देश के पहले कोविड-19 टीके को मंजूरी दे दी। टीके की पहली खुराक 24 घंटे से भी कम अवधि के भीतर दी जायेगी। अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और उसके जर्मन साझेदार बायोएनटेक द्वारा विकसित टीके के आपात स्थिति में उपयोग (ईयूए) की इजाजत दी है।
टीके को मंजूरी देने के तुरंत बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक वीडियो मे कहा कि आज हमारे देश में एक चिकित्सीय चमत्कार हुआ। हमने महज नौ महीने में सुरक्षित एवं प्रभावी दवा उपलब्ध करवाई। अमेरिका दुनिया का ऐसा पहला देश है, जिसने सुरक्षित एवं प्रभावी टीका विकसित किया। आज की उपलब्धि अमेरिका की असीमित क्षमता की याद दिलाती है। यह टीका अमेरिकियों को नि:शुल्क उपलब्ध करवाया जायेगा। फेडएक्स और यूपीएस के साथ साझेदारी के जरिए हमने टीके को हर राज्य और देश के हर स्थान तक पहुंचाने का काम शुरू भी कर दिया है। 24 घंटे से भी कम समय में पहला टीका लगाया जायेगा। एफडीए आयुक्त स्टीफन एम हान ने इसे भयावह महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक ‘उल्लेखनीय उपलब्धि’ बताया।
शुक्रवार देर रात जारी एक वक्तव्य में एफडीए ने कहा कि उसने यह निश्चित किया कि ईयूए जारी करने के लिए आवश्यक सांविधिक मापदंडों पर यह टीका खरा उतरे। टीके के ज्ञात एवं संभावित लाभ, ज्ञात खतरों से अधिक हैं, जिसे देखते हुए 16 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में टीके का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे पहले ब्रिटेन, कनाडा, मेक्सिको, बहरीन और सऊदी अरब फाइजर के टीके को आम जनता के इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे चुके हैं।ट्रंप ने कहा कि उनके प्रशासन ने फाइजर तथा अन्य कंपनियों को बहुत सारा धन दिया था और उम्मीद के मुताबिक ही परिणाम सामने आये। फाइजर और मॉर्डना ने घोषणा की है कि उनके द्वारा विकसित टीके करीब 95 फीसदी प्रभावी हैं जो उम्मीद से कहीं अधिक है। ये टीके भी सुरक्षित हैं। महामारी भले चीन में शुरू हुई लेकिन हम यहां अमेरिका में इसका अंत कर रहे हैं। अमेरिका में कोविड-19 के कुल 1,58,34,965 मामले हैं।