कोरोना वैक्सीनेशन के पहले चरण की तैयारियों को परखने के लिए प्रदेश में तीसरा व फाइनल ड्राई रन किया जा रहा है। इसमें सभी संसाधनों को वास्तविक टीकाकरण कार्यक्रम की तरह ही लगाया जा रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं फाइनल ड्राई रन की हकीकत परख रहे हैं। इसके लिए उन्होंने लखनऊ के सिविल अस्पताल का दौरा किया।
मुख्यमंत्री पांच जिलों सिद्धार्थनगर, लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर व मेरठ के टीकाकरण केंद्रों की कार्यप्रणाली को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जानेंगे और वैक्सीनेटर्स, सुपरवाइजर और टीकाकरण में लगे कर्मचारियों से भी बात करेंगे। इन पांच टीकाकरण केंद्रों में से किन्हीं दो के स्वास्थ्यकर्मियों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 16 जनवरी को बात करेंगे।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि फाइनल टीकाकरण में 1500 केंद्रों पर 3000 बूथ बनाए गए हैं। पूरे प्रदेश में लगभग 20 हजार स्वास्थ्यकर्मी टीकाकरण केंद्रों पर लगाए जा रहे हैं। पुलिस, होमगार्ड, आंगनबाड़ी, स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं की संख्या अलग है। फाइनल ड्राई रन में अगर कोई कमी पाई गई तो उसे सुधारा जाएगा। जिससे 16 जनवरी को वैक्सीन लॉन्चिंग और टीकाकरण के दौरान किसी तरह की गलती न हो। प्रदेश में पहले चरण में नौ लाख स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होना है।