उत्तर प्रदेश (UP Election 2022) के सियासी संग्राम में अब मध्य प्रदेश के नेता (Madhya Pradesh leaders) जोर आजमाइश करेंगे. मध्य प्रदेश से लगे उत्तर प्रदेश के जिलों में बीजेपी-कांग्रेस ने अपने नेताओं की फौज (BJP-Congress army of their leaders) उतारने की तैयारी कर ली है. दोनों दलों ने उत्तर प्रदेश के चुनाव में एक- दूलरे को पछाड़ने के लिए रणनीति बनाने से लेकर प्रचार तंत्र विकसित करने पर काम तेज कर दिया है।
प्रदेश महिला कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के चुनाव में प्रियंका गांधी को मजबूत करने के लिए महिला कार्यकर्ताओं की सूची भेजी है. यह महिलाएं मध्य प्रदेश के सागर, रीवा और ग्वालियर चंबल संभाग से आती हैं. महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल का कहना है कि पार्टी हाईकमान की मांग पर 250 महिला कार्यकर्ताओं की सूची भेजी गई है. जहां भी इनकी ड्यूटी लगाई जाएगी, वहां वे कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने का काम करेंगी।
कांग्रेस के 1 दर्जन से ज्यादा विधायकों की ड्यूटी
प्रदेश कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के चुनाव में प्रियंका गांधी के पक्ष में प्रचार करने के लिए एक दर्जन से ज्यादा विधायकों की ड्यूटी लगाने की तैयारी की है. गौरतलब है कि प्रदेश के 11 जिले उत्तर प्रदेश से लगे हुए हैं. इसलिए पार्टी ने कुछ नेताओं को अभी से उत्तर प्रदेश में मैनेजमेंट की जिम्मेदारी दे दी है. इसमें आदिवासी विधायक हीरालाल अलावा शामिल हैं. हीरालाल अलावा को आदिवासी कांग्रेस का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाया गया है. उन्हें उत्तर प्रदेश का प्रभारी भी बनाया गया है।
इन कांग्रेस विधायकों को मिलेगी जिम्मेदारी
इसके अलावा आदिवासी विधायकों में ओमकार सिंह मरकाम, बाला बच्चन, ब्राह्मण विधायकों में चित्रकूट विधायक नीलांशु चतुर्वेदी, छतरपुर के विधायक आलोक चतुर्वेदी, महाराजपुर के विधायक नीरज दीक्षित को भेजने की तैयारी की जा रही है. कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल, सिद्धार्थ कुशवाह के साथ मुरैना और ग्वालियर के कुछ विधायकों को भी यूपी के चुनाव में तैनात किया जाएगा. ओबीसी विभाग के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल को भी यूपी चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी गई है।
बीजेपी ने भी की तैयारी
दूसरी ओर, बीजेपी ने भी यूपी में योगी और मोदी को मजबूत बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है. पार्टी ने उत्तर प्रदेश में शुरुआती तौर पर नेताओं की तैनाती कर दी है. 2017 के विधानसभा चुनाव में 50 से ज्यादा सीटों के प्रभारी रहे नरोत्तम मिश्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को भेजा गया था. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में थे और उन्हें पार्टी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभार दिया था. सिंधिया अब भाजपा में है और केंद्रीय मंत्री भी हैं. पार्टी उन्हें युवा चेहरे के तौर पर यूपी चुनाव में इस्तेमाल कर सकती है।
इसके अलावा बीजेपी के स्टार प्रचारक यूपी इलेक्शन शिवराज सिंह चौहान उत्तर प्रदेश की ज्यादातर सीटों पर पार्टी को मजबूत बनाएंगे. बुंदेलखंड से लगे क्षेत्रों में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी प्रचार करेंगे. बीजेपी के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने कहा है कि शुरुआती तौर पर प्रबंधन के लिए कुछ नेताओं की ड्यूटी लगाई गई है. वह अपना काम कर रहे हैं. इसके अलावा पार्टी हाईकमान जिसकी भी ड्यूटी लगाएगा वह यूपी के चुनाव में पार्टी के पक्ष में प्रचार करेगा।