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Snake Venom : एल्विश यादव से फिर पूछताछ होगी, FSL रिपोर्ट आने के बाद नोएडा पुलिस ने तेज की जांच

रेव पार्टियों में सांपों के जहर की सप्लाई करने के मामले में जयपुर एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद नोएडा पुलिस ने एक बार फिर से जांच तेज कर दी है। रिपोर्ट से चर्चित यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ सकती हैं। सूत्रों का दावा है कि पुलिस एक बार फिर एल्विश से पूछताछ की तैयारी कर रही है। इस मामले में नामजद पांचों आरोपी भी वर्तमान में जेल से बाहर हैं।

डीसीपी विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि एफएसएल की जांच रिपोर्ट आ गई है। टीम रिपोर्ट का अध्ययन कर रही है। एफएसल रिपोर्ट को देखकर जांच आगे बढ़ाई जाएगी। सभी आरोपियों के जेल से बाहर होने के कारण पुलिस चार्जशीट लगाने की जल्दबाजी में भी नहीं है। सभी तथ्यों और साक्ष्यों को बारीकी से खंगाला जा रहा है।

उन्होंने बताया कि यह पूरा प्रकरण पीपल फॉर एनिमल के दो नवंबर को सेक्टर-51 में किए गए एक स्टिंग में सामने आया था। मौके पर दिल्ली के मोलड़बंद निवासी पांच सपेरों को पुलिस ने पकड़ा था। उनके कब्जे से नौ सांप बरामद हुए थे। इनमें पांच कोबरा, एक अजगर, दो दो-मुंहे सांप, एक घोड़ा पछाड़ शामिल था। एक डिब्बी में 20 एमएल जहर मिला था। बरामद सांप का मेडिकल परीक्षण वन विभाग से कराया गया था तो यह सामने आया था कि सांपों की विषग्रंथि ही निकाली जा चुकी थी। पुलिस ने सपेरों को रिमांड पर लेकर फरीदाबाद से फिर दो कोबरा बरामद किए थे।

यह लगा था आरोप

शिकायत में पीएफए के गौरव ने पुलिस को बताया था कि उनको यह सूचना मिली थी कि एल्विश यादव नाम का एक यूट्यूबर सांपों के साथ वीडियो शूट करवाता है। वह रेव पार्टियां करवाता है। इसमें विदेशी युवतियों को बुलाया जाता है। इसमें नशीले पदार्थों व स्नैक वेनम का सेवन होता है। दावा है कि पीएफए के एक मुखबिर ने एल्विश यादव से संपर्क किया। इसके बाद नोएडा में रेव पार्टी और स्नैक वेनम का प्रबंध करने को कहा। इस पर उसने अपने एजेंट राहुल का नाम बताकर उसका नंबर दिया। इस मामले में वन विभाग की ओर से भी केस दर्ज किया गया था। हालांकि, इसमें एल्विश को नामजद नहीं किया गया था।

तीन साल की सजा का प्रावधान

दिसंबर 2022 में राज्यसभा ने वन्यजीव संरक्षण संशोधन विधेयक 2022 पारित किया। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धारा 16(सी) के तहत सांपों को नुकसान पहुंचाने के मामले में एल्विश यादव और अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। इसके तहत तीन साल की जेल और 25 हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान है।

डिब्बी में बरामद जहर कोबरा का था

जयपुर एफएसएल की रिपोर्ट में इस बात की तो पुष्टि हो गई है कि डिब्बी में बरामद जहर कोबरा करैत प्रजाति सांप का ही है। इस बात की जानकारी अभी तक नहीं मिली है, इसमें जहर का प्रतिशत कितना है। पुलिस ने अब तक पूछताछ के अलावा एल्विश के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।

-विद्या सागर मिश्रा, डीसीपी नोएडा, ”एल्विश मामले में पुलिस की टीमें जांच रिपोर्ट का अध्ययन कर रही हैं। इसमें जो तथ्य सामने निकलकर आएंगे, उसी आधार पर जांच आगे बढ़ेगी। मामले में विवेचनात्मक कार्रवाई प्रचलित है। एल्विश से दोबारा पूछताछ को लेकर भी विचार किया जा रहा है।”

-प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, डीएफओ गौतमबुद्धनगर, ”जयपुर एफएसएल की रिपोर्ट अभी तक वन विभाग के पास नहीं भेजी गई है। नोएडा पुलिस से रिपोर्ट के बारे में जानकारी मिलेगी, इसके बाद इसका अध्ययन किया जाएगा। जांच अधिकारी से संपर्क कर मामले में पूरा सहयोग किया जाएगा।”