समय बदला..स्थिति बदली..परिस्थिति बदली..लोग बदले..तकनीक बदली..तो अपराध का सलीका भी बदला गया। इस हाईटैक जमाने में अब अपराधियों ने अपराध करने का एक नया रास्ता ढूंढ निकाला है.. और वो है साइबर क्राइम.. जी हां, साइबर क्राइम, आजकल अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है। आलम यह है कि इन्हीं साइबर अपराध के मद्देनजर अब हिदायतों का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में समय-समय पर अपने ग्राहकों को जागरूक करने वाले देश के सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक अब एक बार फिर से अपने ग्राहकों को साइबर क्रा्इम के प्रति जागरूक रहने के लिए कहा है। एसबीआई के मुताबिक, आजकल साइबर क्राइम का खतरा अपने चरम पर है, लिहाजा ऐसी स्थिति में बैंक से लेन देने करते वक्त या फिर एटीएम से पैसा निकालते वक्त कुछ सावधानी बरतनी होगी। अगर आपने इन सावधानियों को नहीं बरता तो आपकी जीवन भर की कमाई मिट्टी में मिल जाएगी, लेकिन इस बीच एसबीआई पांच ऐसे तरीके भी लेकर आया है, जो आपको इन साइबर क्राइम की चपेट में आने से बचा सकता है।
PIN कभी न शेयर करें
एसबीआई ने अपने ग्राहकों को अलर्ट करते हुए कहा कि OTP, PIN, CVV, UPI के नंबर को किसी के भी साथ शेय़र न करें। अगर आप भूल से भी ऐसा करते हैं तो कोई भी शख्स आपके बैंक खाते को बड़ी ही आसानी से हैक कर सकता है। जिससे आपकी जीवन भर की कमाई एक पल में ही खाक हो जाएगी। कई मौकों पर ऐसा देखा गया है कि फोन कॉल पर बैंक का नाम लेकर आपके कार्ड को ब्लॉक करने की चेतावनी दी जाती है और पासवर्ड बदलने पर ओटीपी व सीवीवी नंबर मांगा जाता है। मगर आप ऐसा करने से बिल्कुल परहेज करें। अगर आप ऐसा करते हैं कि आपको जीवन भर की कमाई महज पल भर में ही खाक हो जाएगी।
अपने फोन में बिल्कुल न करें ये काम
इसके साथ ही अगर आपके बैंक की डिटेल आपने फोन पर सेव कर रखा है, तो कोई भी साइबर अपराधी बड़ी सरलता से आपके बैंक अकाउंट को चुटकी में गुल कर सकता है , लिहाजा अपने बैंक के किसी भी डिटेल को मोबाइल में सेव करने से परहेज करें।
ATM कार्ड की जानकारी न करें शेयर
यहां पर हम आपको बताते चले कि साइबर क्राइम से बचने के लिए अपने एटीएम कार्ड की जानकारी किसी के साथ साझा न करें। अगर आप इसे ऐसा करेंगे तो साइबर अपराधी इसका फायदा उठाते हुए आपके जीवन भर की कमाई गुल कर सकता है। आपके ऐसा करने पर खाते की जानकारी लीक हो सकती है।
पब्लिक इंटरनेट से न करें लेन देन
वहीं, अगर आप किसी सार्वजनिक इंटनेट से कोई आर्थिक लेन देन करते हैं, तो फिर यह आपके लिए घाटे का सौदा साबित हो सकता है। हो सकता है कि आपके खाते की सारी जानकारी किसी लीक हो जाए, लिहाजा आप पब्लिक इंटरनेट से किसी भी लेन देन को अंजाम देने से बचे।
बैंक को कभी न दे ये जानकारी
इसके साथ ही आप कभी-भी बैंक को इस तरह की जानकारी बिल्कुल भी न दे। मसलन, आईडी, पिन, पासवर्ड, CVV, OTP, VPA (UPI), अगर आप इस तरह की जानकारी अपने बैंक को देते हैं, तो संंभवत: आपके बैंक की जानकारी लीक हो सकती है। एक बात यह भी ध्यान रहे कि बैंक कभी-भी इस तरह की जानकारी नहीं मांगता है।