संवाददाता सूरज सिंह बाराबंकी :आस्था से भरा अतीत लिए ब्लॉक दरियाबाद के ग्राम पंचायत गाजीपुर के मिश्री पुरवा गांव में होने वाली रामलीला व धनुष यज्ञ मेला के आयोजन की परंपरा, निष्ठा व समर्पण भाव से ही जीवित है। राम जन्म के साथ शुरू हुई रामलीला का समापन हुआ। ग्राम पूरे मिश्री में इस आयोजन की शुरुआत पंडित रमापति मिश्रा स्व. रामपाल व स्व. हरिनाथ शुक्ल ने की थी।
तीन दिवसीय रामलीला में मुनि आगमन ताड़का मारीच सुबाहु वध के साथ अहिल्या उद्धार तक दूसरे दिन गंगावतरण नगर दर्शन, फुलवारी, भंयकर रावण, बाणासुर संवाद धनुष भंग की प्रस्तुति के बाद परशुराम लक्ष्मण संवाद के बीच क्रोध से भरा संवाद हुआ जिसमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अपनी शालीनता से इस क्रोध को पिघला देते हैं। इसके बाद विधिवत मंत्रों की गूंज के बीच श्री राम और सीता का विवाह हुआ। राम कलेवा का धूम रही। कई दशकों से आयोजन की कमान संभाले। हिंदी के पूर्व प्रवक्ता दया शंकर शुक्ल, एडवोकेट राजनारायण शुक्ल के साथ आसपास गांव के तमाम लोग इस आयोजन में भाग लेने पहुंचे।
इस बार रामलीला का मंचन युवा अभिनय राम के अभिनय में मोहन शुक्ल व लक्ष्मण के अभिनय में प्रिंस शुक्ल व जनक शैलेन्द्र शुक्ल ने रावण का पात्र सुधीर शुक्ल व बाणासुर के रुप में आशुतोष शुक्ल ने मन मोह लिया।
रामायण की चौपाइयां और राम भजन संगीत दल पर हरमोनिया में आचार्य अरुण जी और ढोलक पर शिवम ने साथ दिया। इस मौके पर रामलीला समिति के सदस्य श्री त्रिलोकी नाथ, विजयविशाल शुक्ल,सत्यनारायण शुक्ला,श्री अशोक शुक्ल (UPP),हरिश्चंद्र शुक्ल,राजकुमार शुक्ल, नीरज शुक्ला, राजन शुक्ला, अनिल शुक्ला, प्रवीण विश्वकर्मा, संतोष, अमरेश, कुलदीप संदीप ,नवनीत, मंटू ,निशेष अवस्थी, कृष्ण गोपाल, दीपांकर शुक्ला, विनय मिश्रा, शुभम शुक्ला(मीरपुर ) दुर्गेश, अकिंत अमन,मोहित आदि मौजूद रहे। संचालन राजकुमार मिश्रा व नीरज शुक्ला ने किया।