प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आईआईटी कानपुर के दीक्षांत समारोह में डिग्रीधारी मेधावियों को कंफर्ट की बजाए चैलेंज चुनने का मंत्र दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आइआइटी मेट्रो स्टेशन पहुंचे और यहां मेट्रो एमडी कुमार केशव ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री पहले यात्री बनकर मेट्रो ट्रेन में सवार हुए और गीतानगर स्टेशन तक सफर पूरा कर किया। गीतानगर स्टेशन पर मेट्रो ट्रेन से उतरकर उन्होंने व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। बाहर आ कर हाथ हिलाकर अभिवादन किया। यहां पर मौजूद फ्लीट और कड़ी सुरक्षा के बीच वह कार से निराला नगर मैदान में आयोजित होने वाली जनसभा में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। इससे पहले वह आइआइटी स्टेशन पर प्रदर्शनी के माध्यम से कानपुर मेट्रो का अवलोकन किया और क्यूआर कोड टिकट लेकर मेट्रो में सवार हुए थे। प्रधानमंत्री के आगमन के पहले कानपुर मेट्रो के एमडी कुमार केशव ने कार्यक्रम स्थल पर हवन-पूजन किया।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के दीक्षांत समोराह में बतौर मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल हुए। आइआइटी निदेशक अभय करींदकर ने स्मृति चिह्न भेंट करके उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दौर 21वीं सदी पूरी तरह टेक्नोलाजी वाला है। आईआईटी क्षेत्र अलग- अलग क्षेत्रों में अपना दबदबा बना रहा है। बिना टेक्नोलाजी के जीवन अधूरा है, अब जीवन और टेक्नोलाजी के स्पर्धा का युग है। आइआइटी टैलेंट और टेक्नोलाजी की इक्यूबेशन सेंटर हैं।
प्रधानमंत्री ने सभागार में मौजूद डिग्री हासिल करने वाले छात्रों से कहा कि मेरा आप पर भरोसा है और मै आज इतनी बातें कह रहा हूं, इतनी चीजें कर रहा हूं तो मुझे उनमें आपका चेहरा नजर आता है। उन्होंने कहा कि आज देश में एक के बाद एक बदलाव हो रहे हैं। उनके पीछे आपका ही चेहरा नजर आता है। आज जो देश लक्ष्य प्राप्त कर रहा है, उसकी शक्ति आपसे ही मिले। आप ही हैं, जो करेंगे और आपको ही करना है। अनंत संभावनाएं आपके लिए ही हैं, आपको ही साकार करना है।
उन्होंने कहा कि देश जब आजादी के 100 वर्ष मनाएंगा। उस सफलता में आपके पसीने की महक होगी आपके परिश्रम की पहचान होगी। आप भली प्रकार जानते हैं, कि आपका काम आसान करने के लिए किस तरह से काम किया गया। पिछले सात सालों में कई कार्यक्रम शुरू किए गए। देश युवाओं के लिए नये रास्ते बना रहा है। साथियों एक और जरूरी बात जो हमे याद रखनी है। आज से शुरू हुई यात्रा में सहूलियत के लिए बहुत शार्टकट बताएंगे। मै आग्रह करूंगा कन्फर्ट के बजाय चैलेंज जरूर चुनना। आपको चाहे या न चाहें, जीवन में चुनौतियां आनी ही आनी हैं। आप अपने कॅरिअर में सफल हों, आपकी सफलता देश की सफलता बने। इसी के साथ अपनी बात समाप्त करता हूं।
डिजीटिल डिग्री ट्रांसमिशन का किया शभांरभ
प्रधानमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर आइआइटी कानपुर के डिजीटिल डिग्री ट्रांसमिशन का शभांरभ किया। उन्होंने भौतिकी वैज्ञानिक प्रो. रोहिणी एम गोडबोले, इंफोसिस के सह संस्थापक सेनापथी क्रिस गोपालकृष्णन और शास्त्रीय गायक पद्मश्री पंडित अजय चक्रवर्ती को मानद उपाधि प्रदान की। कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर विशिष्ट अतिथि रहे।