गंभीर बीमारियों से पीड़ित मासूमों सहित स्वजन को अब बार-बार रेफर का दर्द नहीं झेलना पड़ेगा। ऐसे मासूमों को अब जिला नागरिक अस्पताल में बेहतर और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा मुहैया कराई जाएगी। बच्चों के लिए 12 बेड का आइसीयू अस्पताल में बनाया जा रहा है। इसमें 4 वेंटिलेटर बेड व 8 एचडीयू बेड होंगे। इसके बनने से बच्चों के इलाज के लिए दूर-दराज के जिलों व पीजीआई में नहीं जाना पड़ेगा। बता दें कि आइसीयू दूसरी मंजिल पर बनाया जा रहा है। आइसीयू में वेंटीलेटर समेत अन्य अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण भी होंगे।
अब तक आइसीयू न होने के कारण गंभीर रूप से बीमार मरीजों को इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ या रोहतक जाना पड़ता है। इसमें समय के साथ साथ आर्थिक परेशानी भी परिजनों को उठानी पड़ती है। जिला नागरिक अस्पताल में ही आइसीयू की सुविधा मिलने से मरीजों की आर्थिक परेशानी दूर होने के साथ समय पर इलाज से मासूमों की जान भी बच पाएगी। हालांकि डाक्टरों की कमी अस्पताल में खल रही है।
इस आइसीयू के लिए अलग से विशेषज्ञ व पूरी टीम की जरूरत होगी। आइसीयू को 24 घंटें चलाने के लिए कम से कम 4 विशेषज्ञों की जरूरत पड़ेगी, लेकिन विभाग के पास पूरे जिले में सिर्फ एक बाल रोग स्पेशलिस्ट है। विभाग को पहले से ही कम से कम पांच स्पेशलिस्ट की जरूरत है, लेकिन एक से काम चलाया जा रहा है। इसी तरह पहले से चल रहे एसएनसीयू के लिए भी विभाग के पास डाक्टर नहीं हैं। इस कारण लोगों को दिक्कत आ रही है।