हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं को कम करने की दिशा में सरकार ने सख्त रवैया अपनाया हुआ है। साथ ही पराली जलाने वालों को रोकने में कोताही करने वाले अफसरों पर भी सख्त एक्शन लिया जा रहा है। ऐसे 21 अफसरों के खिलाफ सीएक्यूएम अधिनियम (वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग) की धारा 14 के तहत शिकायत दर्ज करने की कार्रवाई की गई है। इसके तहत विभाग जांच में आरोप सही मिलने पर अफसर को निलंबित करने का प्रावधान है।
जानकारी के मुताबिक ये 21 अफसर कृषि विभाग से है। इनकी विभिन्न क्षेत्रों में पराली जलाने से रोकने में नोडल ऑफिसर और सुपरवाइजर की जिम्मेदारी थी। हालांकि, विभाग द्वारा इन अफसरों के क्षेत्रों से पराली जलाने की आने वाली सूचना की जांच के बाद शिकायत दर्ज की कार्रवाई हुई है। इस मामले में विभागीय जांच के बाद बनती कार्रवाई की जाएगी। सीएक्यूएम अधिनियम का उपयोग सरकार राजधानी क्षेत्र और आस-पास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कर सकती है।
अब तक 26 अफसर निलंबित, 382 को नोटिस
राज्य में पराली जलाने से रोकने के मामले में कोताही बरतने वाले कृषि विभाग के 24 अफसरों को एक साथ निलंबित किया गया था। अभी 26 अफसर निलंबित हो चुके है। जबकि 382 अफसरों को नोटिस जारी किए गए है। वहीं, पराली जलाने पर 682 किसानों की मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रेड एंट्री हो चुकी है, जो अब दो सीजन तक अपनी फसल एमएसपी पर नहीं बेच सकेंगे। इसके अलावा 373 चालान कर किसानों से कुल 9 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला जा चुका है। राज्य में पुलिस ने 286 एफआईआर भी दर्ज की है। प्रदेश में दो दिन के बीच पराली जलाने के 16 नए मामले आए हैं, जबकि कुल मामलों की संख्या 887 हो गए हैं।
प्रदेश में 13 जिलों का एक्यूआई 200 पार
दिवाली के बाद से प्रदेश में प्रदूषण से मामूली राहत बरकरार है। मंगलवार की तरह बुधवार को भी किसी जिले का औसत एक्यूआई 300 पार नहीं गया, लेकिन 13 जिलों का एक्यूआई अभी भी 200 के पार है। बुधवार को भी सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर गुरुग्राम (293) रहा। यहां सुबह 8 बजे एक्यूआई 304 पहुंच गया था। इससे पहले मंगलवार को 12 जिलों का एक्यूआई 200 पार था। बुधवार को राज्य में गुरुग्राम के बाद सबसे प्रदूषित शहर सिरसा 271 और रोहतक 263 है। साथ ही बहादुरगढ़ 205, बल्लभगढ़ 217, भिवानी 205, चरखी-दादरी 210, फरीदाबाद 237, हिसार 249, जींद 250, कुरुक्षेत्र 211, पंचकूला 254, रोहतक 263 और यमुनानगर 208 हैं। वहीं, देश में राजधानी सहित तीन शहरों का एक्यूआई 300 के पार है, इसमें हनुमानगढ़ (396) सबसे प्रदूषण रहा है।