मणिपुर (Manipur) में एक छात्र और एक छात्रा की हत्या के मामले (Murder cases of male and female students) में अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार (4 accused arrested) कर लिया गया है। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह (Chief Minister N. Biren Singh) ने रविवार को इसकी जानकारी दी है। आपको बता दें कि इस घटना के कारण पिछले सप्ताह मणिपुर में फिर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार मामले में दोषियों के लिए मौत की सजा समेत अधिकतम सजा सुनिश्चित कराएगी। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी की पत्नी सहित चारों को एक विशेष उड़ान से राज्य के बाहर ले जाया गया है।
आरोपियों की पहचान पाओमिनलुन हाओकिप, माल्सावन हाओकिप, ल्हिंगनेइचोंग बाइटे और तिन्नीखोल के रूप में हुई है। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि ल्हिंगनेइचोंग बाइटे उस छात्रा का दोस्त था, जिसकी हत्या कर दी गई थी। सूत्रों ने बताया कि संदिग्धों में से एक कथित तौर पर चुराचांदपुर स्थित एक विद्रोही समूह के सदस्य की पत्नी है।
मणिपुर पुलिस और भारतीय सेना की एक क्रैक यूनिट ने एक संयुक्त अभियान में इंफाल से 51 किमी दूर पहाड़ी जिले चुराचांदपुर से संदिग्धों को पकड़ा। यहां 3 मई को जातीय हिंसा शुरू हुई थी।
मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारियों ने कहा कि मामले के सिलसिले में 11 और नौ साल की दो लड़कियों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। दोनों मुख्य आरोपी की बेटियां हैं। बीरेन सिंह ने कहा कि दो युवकों की हत्या के आरोप में सीबीआई ने चूराचांदपुर जिले के हेंगलेप इलाके से चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्हें विशेष विमान के जरिये राज्य से बाहर ले जाया गया है।
पकड़ने के लिए अभियान चलाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चलाए गए अभियान के दौरान सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ जैसे अर्धसैनिक बलों और राज्य पुलिस के जवानों ने प्रमुख भूमिका निभाई। सीबीआई के विशेष निदेशक अजय भटनागर के नेतृत्व में सीबीआई अधिकारियों की एक टीम ने 27 सितंबर को मणिपुर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की थी।
लापता होने के बाद शव मिले
बीरेन सिंह ने कहा कि सरकार जांच में सीबीआई की मदद करेगी और दोनों युवाओं की हत्या में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। एक युवक और एक युवती छह जुलाई को लापता हो गए थे। उनके शवों की तस्वीरें 25 सितंबर को सामने आईं। इसके बाद 26 और 27 सितंबर को छात्रों के हिंसक विरोध प्रदर्शन ने राज्य की राजधानी को हिलाकर रख दिया। भीड़ ने 28 सितंबर की रात को मुख्यमंत्री के पैतृक घर पर हमला करने की कोशिश की थी, जिसे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया था।
गिरफ्तारियों के विरोध में बंद का आह्वान
आईटीएलएफ ने गिरफ्तारियों के विरोध में सोमवार सुबह 10 बजे से चुराचांदपुर जिले में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया और मांग की कि उन्हें 48 घंटों के भीतर रिहा किया जाए। एक बयान में कहा, मैतेई से लगे सभी सीमा क्षेत्रों को सील कर दिया जाएगा। किसी को भी बफर जोन में प्रवेश करने या जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे।