खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस ने नापाक साजिश रचते हुए ऐलान किया है 15 अगस्त के दिन लाल किले पर खालिस्तान का झंडा फहराने वाले को 125,000 डॉलर का इनाम दिया जाएगा।
सिख फॉर जस्टिस की गीदड़भभकी के बाद दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा का दायरा पहले से भी अधिक मजबूत कर दिया है।
सिख फॉर जस्टिस के सुप्रीमो गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा, हमारे लिए कुछ भी नहीं बदला है। बदले हैं तो केवल शासक। हमें वास्तविक स्वतंत्रता की जरूरत है। हाल ही में गुरपतवंत सिंह पन्नू को भारत सरकार से डिजिनेटेड टेरररिस्ट करार दिया गया। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर पन्नू रेफरेंडम 2020 की मुहिम भी चला रहा है। इस वीडियो के बाद जांच एजेंसियां अलर्ट पर हैं। आपको बता दें कि रेफरेंडम 2020 को लेकर लगातार दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में लोगों को गुरुवतपंत सिंह पन्नू का ऑटोमेटिक कॉल्स आ रहा है, जिसकी जांच एनआईए कर रही है।
इंटेलिजेंस ब्यूरो के इनपुट के बाद सुरक्षा पहले से अधिक कड़ी कर दी गई है। लाल किले के पास अगर कोई भी संदिग्ध नजर आता है तो उसे रोककर तलाशी ली जा रही है।
हाल ही में भारत ने खालिस्तान समर्थित सिख फॉर जस्टिस संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह संगठन सिखों के लिए अलग देश की मांग करता है। गृह मंत्रालय ने अलगाववाद एजेंडे को बढ़ावा देने पर इस संगठन को बैन कर दिया है। अप्रैल 2019 में नरेंद्र मोदी सरकार ने अनुरोध पर पाकिस्तान भी इस संगठन पर बैन लगा चुका है।