22 दिन की नवजात बेटी को लेकर दफ्तर आ रही गाजियाबाद के मोदीनगर की एसडीएम सौम्या पांडे का तबादला हो गया है. प्रशासन ने उन्हें ट्रांसफर कर गाजियाबाद से कानपुर भेज दिया. मूलरूप से प्रयागराज की रहने वालीं सौम्या पांडेय 2017 बैच की IAS अधिकारी हैं. जिनकी गाजियाबाद में मोदीनगर एसडीएम के पद पर यह पहली नियुक्ति थी. हाल ही में आईएएस सौम्या पांडेय ने एक प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया है.
ऊंचे ओहदे पर होने की वजह से ऑफिस में उनकी बड़ी जरूरत थी, लिहाजा बच्ची के जन्म के मात्र 22 दिन बाद वे दफ्तर आने लगीं. हालांकि सरकारी नियमों के मुताबिक वे 6 महीने तक अवकाश पर रह सकती थीं. लेकिन अपनी ड्यूटी और कोरोना काल में अपनी जिम्मेदारी समझते हुए वे मात्र 22 दिन बाद ही अपनी बच्ची को लेकर कार्यालय आने लगीं.
Must be inspired by @GummallaSrijana ! @IASassociation Soumya Pandey (SDM Modinagar) didnt availed 06 months maternity leave, joined back office with her infant daughter. #CoronaWarriors pic.twitter.com/8Q6Cju2X49
— Dr. Chiguru Prashanth (@prashantchiguru) October 12, 2020
ऑफिस में अपनी नन्हीं बच्ची के साथ उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. इसके लिए उन्हें कई लोगों ने शाबासी दी. हालांकि कुछ लोग ट्वीट कर उनको घर पर आराम करने और बच्ची की देखभाल की हिदायत दे रहे थे. राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने सौम्या पांडे की तारीफ की और कहा कि इस तरह की निष्ठा सभी को अपने कर्तव्य के प्रति रखनी चाहिए. वहीं राज्य सभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि इतने छोटे बच्ची को दफ्तर लाना गलत है. बच्चे के जन्म के बाद मां और बच्ची दोनों को आराम की जरूरत होती है. उन्हें सुपर वूमन बनना छोड़कर बच्ची की सेहत पर ध्यान देना चाहिए.