मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में कोरोना काल में सराहनीय कार्य करने वाले कर्मवीरों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण मित्रों, स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों तथा इस दौरान विभिन्न माध्यमों से जन सेवा करने वाले लोगों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नर्सिंग ऑफिसर सुश्री शिवानी, सुश्री रामेश्वरी के साथ ही कोविड के दौरान सराहनीय कार्य करने वाले श्री प्यार सिंह, श्री कृष्णा प्रसाद एवं स्वास्थ्य, पूलिस, प्रशासन एवं सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि जिन कोरोना कर्मवीरों को सम्मान दिया जा रहा है, उन्होंने कोविड काल में अपनी जिम्मेदारी को सामाजिक जिम्मेदारी मानव सेवा समझकर कार्य किया। ऐसे अनेक लोगों ने इस दौरान सराहनीय कार्य किया। उन्होंने कहा कि आज देश कोरोना के संकट से तेजी से उभर रहा है। किसी भी समस्या के समाधान के लिए जागरूकता का होना बहुत जरूरी है। देश एवं प्रदेश में कोरोना के प्रभावी नियंत्रण में जन जागरूकता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि 15 मार्च 2020 को उत्तराखण्ड में कोरोना का पहला मामला आया था। कोविड के दौरान जनहित में कड़े निर्णय भी लेने पड़े। इसके परिणामस्वरूप राज्य आज कोविड को नियंत्रित करने की स्थिति में हैं। कोविड के दौरान राज्यवासियों का सरकार को पूरा सहयोग मिला। गरीबों एवं असहायों की मदद के लिए अनेक लोग आगे आये। हमारे वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों से आज भारत में वैक्सीन ही नहीं बन रही है, बल्कि दुनियां के 20 देशों को भारत वैक्सीन दे रहा है। वसुधैव कुटुम्बकम की भारत की जो सोच रही है, उस दिशा में कार्य हो रहा है। कोविड के दौरान हमारे अनेक स्वास्थ्य कर्मियों ने अपना बलिदान दिया।