भाजपा के कोलकाता के बाबूघाट में गंगा आरती आयोजन को लेकर घमासान मचा हुआ है. कार्यक्रम की तैयारियां देखने गए बीजेपी नेता सजल घोष को पुलिस ने बाबूघाट इलाके से हिरासत में लिया. इससे पहले पुलिस ने बाबूघाट पर भाजपा द्वारा बनाए गए मंच को खुलवा दिया. इन हालात में भी बीजेपी शाम के कार्यक्रम को लेकर अड़ी है.
पार्टी की ओर से बताया गया है कि शाम साढ़े पांच बजे प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजुमदार के नेतृत्व में गंगा आरती का कार्यक्रम होगा. नतीजतन, गंगा आरती को लेकर भाजपा के साथ ममता सरकार का और घमासान मचने के आसार हैं. दूसरी ओर, कोलकाता पुलिस की ओर से कहा गया है कि गंगा आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाएगी. अब तक सब ठीक है. यहां भाजपा के किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.
पुलिस ने भाजपा को नहीं दी गंगा आरती की इजाजत
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को प्रदेश भाजपा गंगा पूजा कार्यक्रम की घोषणा की गई थी, लेकिन कोलकाता पुलिस ने जरूरी इजाजत नहीं दी है. पुलिस की ओर से कहा गया था कि बाबूघाट क्षेत्र गंगासागर मेले के लिए भीड़ है.बीजेपी के कार्यक्रम से शहर में ट्रैफिक प्रभावित हो सकता है. इसके साथ ही कहा गया कि नौ से 11 जनवरी तक कोलकाता में जी20 सम्मेलन का कार्यक्रम चल रहा है.
पुलिस का एक बड़ा हिस्सा वहां लगा रहेगा. लिहाजा इस दिन बीजेपी के कार्यक्रम की इजाजत मिलना संभव नहीं है, लेकिन इसके बावजूद भाजपा ने गंगा आरती करने का ऐलान किया था. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि वह खुद गंगा आरती में शामिल होंगे.
गंगा आरती के लिए बने मंच को पुलिस ने खोला, सजय घोष लिए गए हिरासत में
मंगलवार सुबह से पुलिस की सक्रियता देखी गई. उत्तरी पोर्ट थाने की पुलिस ने दोपहर से ही मंच खोलना शुरू कर दिया. इससे पहले इलाके में बीजेपी का पहरा था, बैनर को पुलिस ने हटवा दिया. बीजेपी नेता और पार्ष सजल घोष के इलाके में पहुंचने पर नया तनाव पैदा हो गया. सजल घोष ने कहा, ”आरती होगी. आरती से इस सरकार का तख्तापलट हो जाएगा क्या?” इसके बाद पुलिस ने सजल घोष को हिरासत में ले लिया और उन्हें लालबाजार ले जाया गया.
बीजेपी के इस कार्यक्रम की शुरुआत पार्टी की नमामि गंगे शाखा ने की है. उस शाखा के संयोजक गोपाल सरकार ने सजल को गिरफ्तार करने के बाद कहा, ”हमारा कार्यक्रम होगा” हमने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच तैयार किया. पुलिस ने जबरदस्ती खोल दी, लेकिन गंगा पूजा को रोका नहीं जा सकता. प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार आएंगे और गंगा आरती में शामिल होंगे.”