बीजेपी के फायरब्रांड सांसद वरुण गांधी ने नाथूराम गोडसे का समर्थन करने वालों के खिलाफ सख्त बयान दिया है। पीलीभीत में सोमवार को संविदा कर्मियों के साथ संवाद किया। उन्होंने धरना दे रही महिलाओं के साथ दरी पर बैठकर बातचीत की। सांसद वरुण गांधी ने संविदा कर्मियों की समस्याओं को सुना। इसके साथ ही मंच से भाषण देते हुए उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर को कुछ लोग एक मुहिम चला रहे थे महात्मा गांधी के खिलाफ। वे लोग नाथूराम गोडसे जिंदाबाद का नारा लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें उस देश में रहते हुए शर्म आती है जो लोग महात्मा गांधी के हत्यारों को जिंदाबाद कह रहे हैं। जो लोग नाथूराम गोडसे का समर्थन और सपोर्ट कर रहे हैं उनको फांसी देनी चाहिए। नाथूराम गोडसे के समर्थकों पर जमकर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं देश का पहला सांसद हूं जिसने लखीमपुर की घटना को लेकर गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की बात की थी। केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री के बेटे के खिलाफ एसआईटी की रिपोर्ट आ चुकी है। धारायें की बढ़ाई जा चुकी हैं ऐसे में टेनी का मंत्री बने रहना ठीक नहीं है।
विभिन्न विभागों में संविदा पर कार्यरत कर्मी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे। तभी उनके बीच सांसद वरुण गांधी पहुंच गये। उन्होंने संविदा कर्मियों से कहा कि भीख मांगने से कभी अधिकार नहीं मिलता। इसलिए अपनी शक्ति दिखाइए ताकि अधिकार के लिए किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े। उन्होंने यहां तक कह दिया कि संविदाकर्मियों की आवाज को बुलंद करने के लिए खुद को भी दांव पर लगाने को तैयार हैं।
BJP सरकार पर हलवार हैं वरुण गांधी
ज्ञात हो कि जिले के यशवंतरी देवी मंदिर प्रांगण में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षामित्रों, आशा बहुओं, रोजगार सेवकों और अनुदेशकों के साथ ही विभिन्न विभागों के संविदा कर्मचारियों के साथ संवाद कार्यक्रम में वरुण गांधी पहुंचे थे। उन्होंने इसी दौरान ये बातें कहीं। बीजेपी सांसद वरुण गांधी किसानों, युवाओं और बेरोजगारों को लेकर अपनी पार्टी की सरकार को लेकर लगातार हमलावर हैं।