बिहार में मंगलवार को विधानसभा चुनाव को लेकर दूसरे चरण का मतदान जारी है। हालांकि इस बीच नेता लोग तीसरे और आखिरी चरण के लिए वोट मांग रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीटों पर मतदान हो रहा है। वहीं तीसरे चरण के लिए प्रचार अभियान जारी है। इसी सिलसिले में बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार मधुबनी में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे थे।
इस दौरान जनसभा में मौजूद असामाजिक तत्वों ने नीतीश कुमार को निशाना बनाते हुए उन पर प्याज फेंका। हालांकि वे बच गए। इस घटना के बाद नीतीश कुमार …और फेंको और फेंको बोलते रहे व सुरक्षाकर्मियों को अपने पास से हटा दिया।
मंगलवार को नीतीश कुमार मधुबनी जिले की हरलाभी विधानसभा क्षेत्र में जनसभा में संबोधित करने पहुंचे थे। जब वे अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए पिछड़ा और अतिपिछड़ा के बारे में जिक्र कर रहे थे, तभी जनसभा में मौजूद असामाजिक तत्व ने मंच की तरफ प्याज फेंक दिया। तुरंत ही सुरक्षाकर्मियों ने सीएम को घेर लिया। प्याज फेंकने की घटना के बाद भी नीतीश कुमार चुप नहीं हुए। वे कहने लगे कि फेंको… फेंको और पत्थर फेंको। साथ ही उन्होंने कहा कि इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। इसके बाद वे रोजगार और अन्य मुद्दों पर बोलना जारी कर दिए।
बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब नीतीश की रैली विरोध के चलते चर्चा में आई है। इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक चुनावी सभा के दौरान मुर्दाबाद के नारे लगे। मुजफ्फरपुर के कांटी में आयोजित एक चुनावी सभा के दौरान नीतीश कुमार की सभा में कुछ लोगों ने मुर्दाबाद के नारे लगाये। इस पर नीतीश ने नारेबाजी कर रहे लोगों से कहा, “क्यों मुर्दाबाद कह रहे हो, जिसको जिंदाबाद कह रहे हो उसको सुनने के लिये जाओ।” उन्होंने कहा, ‘हम समाज को एक करने में लगे हुए हैं और वह लोग लगे हुए कि समाज को फिर बांट दो। फिर झगड़ा का माहौल पैदा कर दो।’