अफगानिस्तान (afghanistan) में छठी कक्षा में पढ़ने वाली कई लड़कियों (Many girls studying sixth class) ने अगले साल स्कूल नहीं जा पाने (not being able to go to school next year) को लेकर चिंता (Expressed concern) जताई है। उन्होंने तालिबान से लड़कियों को स्कूल जाने से न रोकने का आह्वान किया है।
एक खबर के मुताबिक, दो साल से ज्यादा समय बीत चुका है और तालिबान ने अब तक छठी कक्षा से ऊपर की लड़कियों के लिए स्कूल फिर से खोलने के संबंध में कोई घोषणा नहीं की है।
जहरा और जैनब ने अभी-अभी छठी कक्षा पूरी की है। वह बताती हैं कि हम तनाव में हैं। छठी कक्षा की छात्रा जैनब ने कहा, हमारे स्कूल का आखिरी दिन बहुत दुखद था। मैं और मेरे सभी सहपाठी रो रहे थे क्योंकि हम अब स्कूल नहीं जा सकते। शिक्षक भी रो रहे थे।
युवा छात्राओं के सपने टूटे
काबुल विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के तीसरे वर्ष की छात्रा 23 वर्षीय मदीना ने कहा कि शिक्षा के दरवाजे बंद होने से उसके सपने छिन गए हैं। उनका सपना कानून में मास्टर डिग्री लेना था ताकि वह अफगान लड़कियों के अधिकारों की रक्षा कर सकें, लेकिन मौजूदा सरकार में यह संभव नहीं लग रहा।