पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (रि.) ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। धामी के नए मंत्रि मंडल में आठ मंत्रियों को जगह मिली है। शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा भी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद हैं। वहीं इससे पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी मंच पर पहुंच गए हैं। नितिन गडकरी, मीनाक्षी लेखी, विजय बहुगुणा, रमेश पोखरियाल निशंक, हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर, असम के सीएम हिमंत बिस्वा भी पहुंच चुके थे।
बताते हैं कि समय कम और जिम्मेदारी ज्यादा होने के चलते पुष्कर सिंह धामी ने काम करने में कोई कोताही नहीं बरती। विधानसभा चुनाव के दौरान भी एक दिन में कई-कई विधानसभा क्षेत्रों तक पहुंचकर रैलियां कीं। पूरी जान लगाकर चुनाव लड़े और आखिरकार भाजपा के खाते में दोबारा प्रचंड बहुमत की जीत आई। हालांकि, इस मारामारी में धामी अपनी खटीमा सीट से चुनाव हार गए। इसके बाद से तमाम तरह की कयासबाजियां चल रहीं थीं लेकिन धामी कहीं भी दावेदारों की सूची के पहले नंबर से नहीं हट पाए। आखिरकार पार्टी ने 261 दिन के बाद दोबारा धामी के नाम पर ही हामी भर दी।
धामी द्वारा लिए गए इन प्रमुख फैसलों ने उनकी राह बनाई आसान
– प्रदेश में चुनाव से पहले 20 हजार से ज्यादा खाली पदों पर भर्तियां निकाली जाएंगी। ज्यादातर पर निकल भी गई।
– सभी भर्तियों में 31 मार्च तक किसी भी तरह का आवेदन शुल्क किसी भी उम्मीदवार से नहीं लिया जाएगा।
– कर्मचारियों की वेतन, पेंशन आदि से जुड़े मामलों के निपटारे के लिए वेतन विसंगति समिति का गठन किया गया।
– सबसे चर्चित और विवादित चारधाम देवस्थानम बोर्ड को समिति बनाकर उसकी रिपोर्ट के आधार पर खत्म किया।
– तीसरे गैरसैंण मंडल को लेकर हर तरह की चर्चाओं पर विराम लगा दिया।
– सभी सरकारी अस्पतालों में 260 से ज्यादा जांचों को निशुल्क कर दिया।
पुराने मंत्रियों को नहीं मिली जगह
पुष्कर सिंह धामी के मंत्रिमंडल की लिस्ट सामने आ गई है। सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, धन सिंह रावत, गणेश जोशी, चंदन रामदास, रेखा आर्य, प्रेमचंद अग्रवाल और सौरभ बहुगुणा मंत्री होंगे।