यूक्रेन पर हमले का मंगलवार को 13वां दिन है। रूस को अमेरिका व पश्चिमी देशों के कड़े आर्थिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है। स्विफ्ट से बाहर करने और कई बैंकों पर प्रतिबंध लगाने के बाद अमेरिका ने बीते दिनों रूसी तेल व गैस पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है। इसके बाद रूस ने सोमवार को प्रतिबंध की तैयारी पर तीखी प्रतिक्रिया दी। रूस ने यूरोप को गैस आपूर्ति रोकने की धमकी दी। रूस ने पश्चिमी देशों को चेताया कि वह क्रूड ऑयल को 300 डॉलर प्रति बैरल के भी पार पहुंचा सकता है।
रूस के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर ने दी ये धमकी
रूस के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर अलेक्जेंडर नोवाक ने सरकारी टेलीविजन पर सख्त बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से साफ है कि अगर रूसी तेल को रिजेक्ट किया गया तो ग्लोबल मार्केट पर इसके भयानक दुष्परिणाम होंगे। क्रूड ऑयल की कीमतों में ऐसी तेजी आएगी। महंगी इतना ज्यादा होगी जिसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। यह ज्यादा नहीं भी चढ़ा तो भी 300 डॉलर प्रति बैरल हो जाएगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने की थी ये टिप्पणी
नोवाक अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन की एक हालिया टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। ब्लिंकेन ने कहा था कि अमेरिका और उसके सहयोगी यूरोपीय देश रूस के तेल व गैस के आयात पर प्रतिबंध लगाने वाले हैं। उनकी इस टिप्पणी के बाद क्रूड ऑयल की कीमतों में भारी तेजी आ गयी है। क्रूड ऑयल इसके बाद 140 डॉलर प्रति बैरल के पास पहुंच गया जो 2008 के बाद का इसका सबसे ऊंचे स्तर पर है। अमेरिका व सहयोगी देश रूस के तेल व गैस पर बैन लगने से होने वाली उथल-पुथल को थामने के लिए ईरान को वापस मार्केट में लाने का भी प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए ईरान न्यूक्लियर डील को रिवाइव किया जा रहा है।
साल भर में भी नहीं होगी यूरोप की भरपाई
रूसी लीडर ने यूरोप पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि रूस से उसे जो तेल मिलता है, उसे विकल्प खोजने में साल भर से ज्यादा समय लग जाएगा। इसके साथ ही यूरोप को ज्यादा पैसे भी देने होंगे। उन्होंने कहा कि यूरोपीय नेताओं को ईमानदारी से अपने लोगों को बताना चाहिए कि इन प्रतिबंधों का क्या असर होगा। अगर आप रूस की एनर्जी सप्लाई रोकना चाहते हैं तो ऐसा करिएं हम इसके लिए तैयार हैं। हमें पता है कि ऐसा होने पर हमें अपना तेल कहां बेचना है।
जर्मनी के इस कदम से रूस को नाराजगी
उन्होंने जर्मनी के द्वारा नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन का सर्टिफिकेशन फ्रीज किए जाने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि अभी यूरोप की गैस जरूरतों का 40 फीसदी देने वाला रूस अब तक अपनी जिम्मेदारियां पूरी तरह से निभा रहा है। जर्मनी के एक्शन के बाद इससे पीछे हटने का रूस को पूरा अधिकार है। नॉर्ड स्ट्रीम 2 पर प्रतिबंध लगाए जाने के मामले में हमारे पास ठीक वैसा ही कदम उठाने का पूरा अधिकार है। हम नॉर्ड स्ट्रीम 1 गैस पाइपलाइन से गैस की आपूर्ति रोक सकते हैं। अभी तक हम ऐसा नहीं कर रहे हैं लेकिन यूरोप के नेताओं ने अपने बयानों और रूस के ऊपर लगाए गए आरोपों से हमें ऐसा फैसला लेने के करीब पहुंचा दिया है।