रूस और यूक्रेन वॉर पर भारत ने कूटनीतिक गलियारों में मध्यस्थता के लिए कदम बढ़ा दिया है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिन में 11.30 यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से लंबी बात की है। दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच लगभग 35 मिनट तक फोन पर बातचीत हुईं। माना जा रहा है विदशियों को निकालने के साथ ही युद्ध रोकने को लेकर चर्चा हुई है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन में पैदा हुई युद्ध की स्थिति पर चर्चा की। पीएम मोदी और जेलेंस्की ने युद्ध रोकने के अलग-अलग आयामों पर विचार किया। प्रधानमंत्री मोदी ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी सीधी बातचीत की सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में यूक्रेन सरकार द्वारा दी गई सहायता के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की को धन्यवाद दिया।
दोपहर बाद 1.30 बजे पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बात करेंगे। ज्ञात हो कि भारत की चिंता यूक्रेन के सुमी शहर में फंसे अपने नागरिकों को निकालने की है। इस बीच राष्ट्रपति पुतिन ने कीव, सुमी, खारकीव और मारियूपोल में युद्ध विराम का ऐलान कर दिया है। माना जा रहा है कि युक्रेन-रूस के बीच चल रहे युद्ध को लेकर कुछ शांति की बातें हो सकती हैं। पीएम मोदी कुछ दिन पहले ही रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात कर चुके हैं। पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी बात की थी। ज्ञात हो कि सोमवार को युद्ध का 12वां दिन है.
चार शहरों में सीजफायर का ऐलान
पीएम मोदी से रूसी राष्ट्रपति पुतिन की वार्ता के बीच रूस ने चार इलाकों में सीजफायर का ऐलान किया है। इससे यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र-छात्राओं को भी राहत मिलेगी। रूस ने सीजफायर का ऐलान किया है उनमें राजधानी कीव के साथ-साथ मारियूपोल, खारकीव और सुमी शामिल हैं। सुमी ही वो शहर है जहां 700 मेडिकल स्टूडेंट फंसे हैं। ये इलाका युद्ध से सबसे ज्यादा प्रभावित है। सुमी में कई छात्र बंकर में फंसे हैं. यहां अबतक इतनी गोलीबारी हो रही थी कि छात्रों को यहां से निकलने का मौका नहीं मिल पा रहा था। अब भारत सरकार ने युद्ध विराम की घोषणा के साथ ही यहां फंसे छात्रों को निकालना शुरू कर दिया है।