Breaking News

जम्मू कश्मीर पुलिस ने पत्रकार फहद शाह को किया गिरफ्तार, झूठी खबरें फैलाने और आतंकियों के समर्थन में पोस्ट करने का है आरोप

जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir) ने पत्रकार फहद शाह के खिलाफ ‘आतंकवाद का महिमामंडन करने’, ”झूठी खबरें फैलाने” कानून-व्यवस्था को लेकर आम जनता को उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने शुक्रवार को उन्हें गिरफ्तार किया था. पुलिस ने शनिवार को बताया कि शाह के खिलाफ सफकदल थाने और पुलवामा थाने में मामला दर्ज किया गया है. कश्मीर के IGP विजय कुमार ने कहा, ”पिछले तीन-चार साल से शाह लगातार आतंकवाद (Terrorism) का महिमामंडन करते, झूठी खबरें फैलाते और कानून-व्यवस्था से संबंधित समस्याएं खड़ी करने के लिये लोगों को उकसाते रहे हैं. इसके लिये उनके खिलाफ श्रीनगर, पुलवामा और शोपियां में तीन अलग-अलग मामले दर्ज किये गए हैं. ‘

कुमार ने कहा, ”उन्हें पुलवामा में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. अन्य प्राथमिकियों में भी कार्रवाई की जाएगी. ”कुमार ने पत्रकारों से झूठी खबरें नहीं फैलाने और सूचना के प्रसार से पहले पुलिस से इसका सत्यापन कराने का अनुरोध किया. शाह साप्ताहिक ऑनलाइन पत्रिका ‘द कश्मीरवाला’ के संस्थापक संपादक हैं.

सोशल मीडिया पर एंटी नेशनल कंटेंट पोस्ट करने का आरोप

जम्मू कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को पत्रकार फहाद शाह को गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि फहाद शाह ने सोशल मीडिया पर एंटी नेशनल कंटेंट पोस्ट किया था. पुलवामा जिले की पुलिस द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि, कुछ फेसबुक यूजर्स और न्यूज पोर्टल, जनता के बीच भय पैदा करने के लिए आपराधिक इरादे से तस्वीरें, वीडियो और पोस्ट को प्रकाशित कर रहे थे. पुलिस का कहना है की फहाद के द्वारा पोस्ट की गई चीजें जनता को उकसाने और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए अपलोड की गई थी.

पुलिस ने कहा कि उनके द्वारा संज्ञेय अपराधों को ध्यान में रखकर पुलवामा पुलिस ने कानून की संबंधित धाराओं के तहत संख्या 19/2022 के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू की.इस बीच, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ट्विटर पर कहा, ‘सच्चाई के लिए खड़े होना देशद्रोही समझा जाता है. एक गहरी असहिष्णु और सत्तावादी सरकार को आईना दिखाना भी राष्ट्र विरोधी है. फहद का पत्रकारिता कार्य अपने लिए बोलता है और भारत सरकार के लिए अनुपयुक्त जमीनी वास्तविकता को दर्शाता है। आप कितने फहद को गिरफ्तार करेंगे?’महबूबा मुफ्ती ने निंदा की है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि सच्चाई के लिए खड़े होना राष्ट्रविरोधी समझा जाता है. एक असहिष्णु और सत्तावादी सरकार को आईना दिखाना भी राष्ट्र विरोधी है. फहद की पत्रकारिता जमीनी हकीकत को दर्शाती है.