देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने अपनी डिजिटल पहुंच बढ़ाने के लिए ‘डिजि जोन’ की शुरुआत की है. एलआईसी ने कहा, टेक्नोलॉजी केंद्रित जीवन बीमा कंपनी बनने के मकसद से वह परिसरों में स्थापित कियोस्क के जरिये अपने उत्पादों और सेवाओं की जानकारी देगी.
उपभोक्ता एलआईसी डिजि जोन के जरिये पॉलिसी खरीद सकते हैं, प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं और अन्य सेवाएं ले सकते हैं. बयान में कहा गया है कि कंपनी तेज ग्रोथ का लाभ लेने, उपभोक्ताओं के संतुष्टीकरण में सुधार आदि के लिए डिजिटल बदलाव को तैयार हो रही है.
LIC ने दर्ज की 32 फीसदी की ग्रोथ
कोविड की वजह से लोग भविष्य को लेकर ज्यादा सतर्क हो गये हैं. इसका सीधा फायदा लोगों को वित्तीय सुरक्षा देने वाली कंपनियों को मिल रहा है. आईआरडीए के द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक नवंबर में बीमा कंपनियों को मिलने वाले नये प्रीमियम में तेज बढ़त देखने को मिली है.
एलआईसी को पहले साल के प्रीमियम से नवंबर में कुल 15967 करोड़ रुपये की आय हुई, जबकि एक साल पहले इसी माह में एलआईसी को नये कारोबार से प्रीमियम आय 12092.66 करोड़ रुपये थी। हालांकि एलआईसी का मौजूदा वित्त वर्ष के पहले आठ महीने के दौरान नये प्रीमियम आय में करीब एक प्रतिशत की गिराट रही और वह 1,14,850 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया.
बीमा कारोबार पर LIC का कब्जा
बीमा बाजार मे हिस्सेदारी के आधार पर एलआईसी नंबर एक है और उसकी हिस्सेदारी 63.39 फीसदी है. वहीं दूसरे नंबर पर एसबीआई लाइफ है, जिसकी हिस्सेदारी 8.77 फीसदी है. इसके बाद 7.86 फीसदी के साथ एचडीएफसी लाइफ, 4.91 फीसदी के साथ आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, 2.36 फीसदी के साथ मैक्स लाइफ और 2.62 फीसदी हिस्सेदारी के साथ बजाज एलियांज हैं. लो बेस के कारण निजी क्षेत्र की ग्रोथ में तेजी देखने को मिली है.
एलआईसी के नवंबर के दौरान पहले साल के प्रीमियम में 32 फीसदी की ग्रोथ के मुकाबले प्राइवेट सेक्टर की 23 कंपनियों ने 58 फीसदी की ग्रोथ की है. वहीं पहले आठ महीने में एलआईसी में दर्ज हुई 1 फीसदी की गिरावट के मुकाबले 23 निजी कंपनियों ने नये प्रीमियम आय में 30 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की.
चौथी तिमाही में आएगा एलआईसी का आईपीओ
सरकार चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में भारतीय जीवन बीमा निगम की आईपीओ पेश करेगी. आईपीओ से पहले एलआईसी ने अपने आईपीओ से पहले एसेट क्वालिटी में सुधार किया है. अपने प्रस्तावित आईपीओ से पहले, बीमा दिग्गज एलआईसी ने मार्च 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए अपनी एसेट क्वालिटी में सुधार किया है. भारतीय जीवन बीमा निगम की ताजा वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मार्च, 2021 तक 4,51,303.30 करोड़ रुपये के कुल पोर्टफोलियो में से नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) 35,129.89 करोड़ रुपये हैं.