कोरोना महामारी ने एक बार फिर दुनिया भर के देशों में कहर मचाना शुरू कर दिया है। कोरोना का ओमीक्रोन वेरिएंट इसमें अहम भूमिका निभा रहा है। ब्रिटेन, फ्रांस, इटली में रिकॉर्ड तोड़ मामले आ रहे हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि इससे होने वाली मौतें काफी कम हैं। फ्रांस के शहर मर्से के अस्पताल में गहन चिकित्सा इकाई की प्रमुख डॉ. जूलियन कार्वेली ने बताया कि यहां भर्ती होने वाले अधिकतर मरीज वे हैं जिन्होंने कोरोना का टीका नहीं लगवाया है। ऑस्ट्रेलिया में भी कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्यों को मास्क और अन्य उपायों को अनिवार्य करना पड़ा है।
फ्रांस में रिकॉर्ड 1,04,611 नए मामले
फ्रांस में शनिवार को कोरोना संक्रमण के 1,04,611 नए मामले आए हैं। जो महामारी की शुरुआत से अब तक का एक दिन में संक्रमण का सबसे अधिक आंकड़ा है। इससे पहले देश में दैनिक संक्रमण के मामले शुक्रवार को 94,100 के पार दर्ज किए गए थे। हालांकि, इस दौरान संक्रमण से होने वाली मौतें काफी कम हैं जो राहत की बात है। शनिवार को कोरोना से सिर्फ 84 लोगों की मौत हुई। देश में 76 फीसदी से ज्यादा आबादी का टीकाकरण पूरा हो चुका है। स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने कहा कि फ्रांस में साल के अंत तक कोरोना महामारी के नये स्वरूप ओमीक्रोन का दबदबा देखने को मिल सकता है। हालांकि, अभी तक प्रतिबंधों में कड़ाई करने की कोई योजना नहीं है। वहीं सरकार ने वयस्कों को बूस्टर डोज देने की घोषणा की है। इसमें कहा गया है कि दोनों टीका लगवा चुके लोग तीन महीने बाद बूस्टर डोज ले सकेंगे। फ्रांस में कोरोना से अब तक 1.22 लाख लोगों की जान जा चुकी है।
इटली में तीसरे दिन 50 हजार से ज्यादा केस आए
इटली में भी कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट का असर नजर आने लगा है। इसके चलते लगातार तीसरे दिन कोरोना संक्रमण के 50 हजार से ज्यादा मामले आए हैं। इटली के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शनिवार को 54,762 नए मामले आए। जबकि एक दिन पहले 50,599 केस आए थे। इस दौरान संक्रमण से 144 लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के कुल मामलों में से लगभग एक तिहाई (28 फीसदी) संक्रमणों के लिए ओमीक्रोन को जिम्मेदार ठहराया है। बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने मास्क को अनिवार्य कर दिया है। साथ ही कोविड पास की वैधता को नौ माह से घटाकर छह महीने कर दिया गया है। यहां भी 74 फीसदी से ज्यादा लोगों को टीके की दोनों डोज लगाई जा चुकी है। वहीं, कोरोना की वजह से अब तक 1.36 लोगों की मौत हो चुकी है।
ब्रिटेन में दूसरे दिन एक लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले
ब्रिटेन में लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमण के एक लाख से ज्यादा मामले सामने आए। शनिवार को 1.22 लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले मिले। जबकि एक दिन पहले शुक्रवार को 1.08 लाख केस आए थे। हालांकि, इस दौरान सिर्फ 137 लोगों की ही मौत हुई। ब्रिटेन में कोरोना के मामलों के बढ़ने के साथ ही टीका केंद्रों पर बूस्टर खुराक लगवाने वाले लोगों की भीड़ नजर आई। वहीं ब्रिटेन सरकार घर-घर जाकर लोगों को टीका लगाने की योजना बना रही है। गौरतलब है कि ब्रिटेन में अब तक 50 लाख लोगों ने टीका नहीं लगवाया है। ब्रिटेन ने 69 फीसदी आबादी का टीकाकरण पूरा कर लिया है। वहीं, यहां 1.47 लोगों की अब तक कोरोना से मौत हो चुकी है।
अमेरिका में कोरोना के मामलों में कमी
अमेरिका में कोरोना के मामलों में शनिवार को काफी कमी देखने को मिली है। इस दौरान सिर्फ 58 हजार नए मामले सामने आए। जबकि शुक्रवार और गुरुवार को क्रमश: 1.84 लाख तथा 2.65 लाख संक्रमण के मामले सामने आए थे। इस दौरान सिर्फ 108 लोगों की मौत हुई। सीडीसी के मुताबिक, अमेरिका के कुल कोरोना मामलों में 76 फीसदी से ज्यादा ओमिक्रान वेरिएंट के हैं। अमेरिका में भी 61 फीसदी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक यहां 8.37 लोगों की जान जा चुकी है।
भारत में क्या है स्थिति?
भारत में कोरोना की स्थिति फिलहाल नियंत्रित है। हालांकि, ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों से चिंता के साथ पाबंदियां भी बढ़ा दी गई हैं। दिल्ली, यूपी के कुछ इलाकों और कर्नाटक में तो नाइट कर्फ्यू का भी ऐलान कर दिया गया है। वहीं, बहुत से राज्यों ने सख्ती बढ़ा दी है। बहरहाल भारत में कोरोना के दैनिक मामलों में बड़ा उछाल नहीं देखने को मिला है और यह लगातार 6 से 7 हजार केसों के बीच बने हुए हैं।