प्रधानमंत्री द्वारा किये गये लोकार्पण
- व्यासी हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट, देहरादून 120 मेगावाट(लागत रूपये 1,777 करोड़)
- देवप्रयाग से श्रीकोट एनएच-58 में 38 किमी. सड़क का चौड़ीकरण का कार्य (लागत रूपये 257 करोड़)
- ब्रहमपुरी से कौड़ियाला एनएच-58 में 33 किमी. का सड़क चौड़ीकरण एवं डक्ट निर्माण का कार्य(लगभग 248 करोड़)
- लामबगड़ एनएच- 58 में 500 मीटर भूस्खलन शमन का कार्य (लागत रूपये 108 करोड़)
- साकणीधार, श्रीनगर एवं देवप्रयाग एनएच-58 में 1.1 किमी. क्रोनिक भूस्खलन उपचार का कार्य (लागत रूपये 76 करोड़)
- हिमालयन संस्कृति केन्द्र, देहरादून (लागत रूपये 67 करोड़)
- स्टेट ऑफ आर्ट परफ्यूमरी एवं एरोमा लेबोरेटरी सेंटर फॉर एरोमेटिक प्लांट्स, देहरादून (लागत रूपये 40 करोड़)
प्रधानमंत्री द्वारा किये गये शिलान्यास
- दिल्ली- देहरादून इकोनोमिक कॉरिडोर-175 किमी. (लागत रूपये 8500 करोड़)
- दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से हरिद्वार- 51 किमी.(लागत रूपये 2100 करोड़)
- देहरादून-पांवटा साहिबः पांवटा साहिब से बल्लूपुर चौक- 50 किमी. (लागत रूपये 1,695 करोड़)
- मनोहरपुर से कांगड़ी 4 लेन में 15 किमी. हरिद्वार रिंग रोड़ का निर्माण (लागत रूपये 1,560 करोड़)
- जल आपूर्ति, सड़क एवं जल निकासी प्रणाली का विकास, देहरादून (लागत रूपये 724 करोड़),
- मेडिकल कॉलेज, हरिद्वार (लागत रूपये 538 करोड़)
- श्री बद्रीनाथ धाम में विकास कार्य (लागत रूपये 220 करोड़)
- नजीबाबाद से कोटद्वार एनएच-119 में 15 किमी. का सड़क चौड़ीकरण (लागत रूपये 108 करोड़)
- लक्ष्मण झूला सेतु के समीप गंगा नदी पर 132 मीटर का पुल निर्माण (लागत रूपये 69 करोड़)
- चाइल्ड फ्रेंडली सिटी प्रोजेक्ट, देहरादून (लागत रूपये 58 करोड़)
- श्री गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में विकास कार्य (लागत रूपये 54 करोड़)
इस अवसर पर आयोजित विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि उत्तराखण्ड पूरे देश की आस्था ही नहीं कर्म की भी भूमि है। हमारे लिए उत्तराखण्ड तप और तपस्या का मार्ग है। उन्होंने कहा कि आज राज्य विकास से जुड़ी जिन विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण हुआ है वे योजनायें इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने में मद्दगार होंगी।
प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में देश प्रगति पथ पर अग्रसर-मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि आज देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के अथक परिश्रम एवं कुशल नेतृत्व से विकास के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है। आज आतंकवाद से लड़ने, कोरोना से बचाव, विपरीत हालातों में अर्थव्यवस्था को संभालने जैसे जटिल विषयों पर सम्पूर्ण विश्व मोदी जी की नीतियों और विचारों का अनुसरण कर रहा है। देश का बच्चा-बच्चा आत्मनिर्भर भारत, स्वच्छ भारत, डिजिटल इंडिया, स्किल इण्डिया, फिट इण्डिया, मेक इन इण्डिया जैसे कार्यक्रमों से भलीभांति परिचित है। कोरोना काल में जहां एक ओर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना ने करोड़ो लोगों के दो वक्त का भोजन सुनिश्चित किया है वहीं आयुष्मान भारत योजना ने देश के नागरिकों को यह भरोसा दिलाया कि बीमार होने पर उन्हें निःशुल्क उपचार अवश्य मिलेगा।
प्रधानमंत्री द्वारा देश व जनहित में लिये गये हैं अनेक निर्णय
मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम जी के मंदिर के पुर्ननिर्माण का कार्य जो वर्षों से लंबित था प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक अद्भुत आकार ले रहा है। प्रधानमंत्री के अद्भुत प्रबंधकीय कौशल का कमाल था कि नामुमकिन सा लगने वाला कश्मीर से धारा 370 हटाने का कार्य संभव हो पाया। कोविड काल में जहां विश्व के बड़े से बड़े देश असहाय हो गए, वहीं आपके कुशल नेतृत्व में भारत न केवल महामारी का सामना करने में सफल रहा, बल्कि विश्व के अन्य देशों को भी मेड इन इंडिया वैक्सीन देकर हमने विश्व गुरू होने का अपना दायित्व निभाया।
केन्द्र सरकार के सहयोग से पिछले 05 वर्षों में 01 लाख करोड़ से अधिक की योजनाएं उत्तराखण्ड के लिए हुई स्वीकृत
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड विकास की राह पर अग्रसर है। केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य में पिछले पांच वर्षों में करीब एक लाख करोड़ रूपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाएं प्रदेश के लिये स्वीकृत हुई हैं। जिनमें से बहुत सी योजनाएं पूर्ण हो चुकी है और अन्य पर कार्य चल रहा है। उत्तराखंड के सतत विकास के प्रति यह प्रधानमंत्री जी के समर्पण का ही नतीजा है कि आज उनके द्वारा 18 हजार करोड़ से अधिक की विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है।
प्रो-एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इम्प्लीमेंटेशन के मंत्र पर राज्य में हो रहे हैं कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने 2015 में प्रभावी प्रशासन के लिए प्रगति प्रो-एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इम्प्लीमेंटेशन का जो मंत्र दिया था, राज्य सरकार इस मंत्र पर काम करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। चाहे वह हाल ही में राज्य में आई आपदा हो या वर्षों से लंबित अन्य मामले हों या फिर भविष्य को लेकर हमारी योजनाएं हों। सरकार प्रधानमंत्री द्वारा दिखाए मार्ग का अनुसरण कर प्रोएक्टिव मोड में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से सीखा है कि किस प्रकार अपने समय का प्रत्येक क्षण मातृभूमि की सेवा के प्रति समर्पित किया जाए। इसी को आदर्श मानकर वे पिछले पांच माह से मुख्य सेवक के दायित्व का निर्वहन पूरी क्षमता से करने की कोशिश कर रहे हैं। राज्य में पांच माह में पांच सौ से अधिक बड़े फैसले प्रदेश की जनता जर्नादन के हित में लिए हैं।
2025 तक उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में हो रहे हैं कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड वीरों की भूमि है। यहां के जवानों ने हमेशा मां भारती के शीश को ऊंचा उठाए रखने का कार्य किया है। मुझे गर्व है कि मेरे जैसे एक सामान्य परिवार से आने वाले सैनिक पुत्र को मुख्य सेवक के रूप में इस माटी की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। वीर जवानों को सम्मान देने के लिए ही हमारी सरकार देहरादून में सैन्यधाम का निर्माण कर रही है, जिसे प्रधानमंत्री जी ने पांचवे धाम की संज्ञा दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में वर्ष 2025 तक जब हम अपनी स्थापना के रजत जयंती वर्ष को मना रहें होंगे, तब तक उत्तराखंड देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बन जाए।
इस अवसर पर राज्यपाल ले.ज.(से.नि.) गुरमीत सिंह, केन्द्रीय संसदीय कार्यमंत्री श्री प्रहलाद जोशी, केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, डॉ. हरक सिंह रावत, श्री सुबोध उनियाल, श्रीमती रेखा आर्या, डॉ. धनसिंह रावत, श्री बिशन सिंह चुफाल, श्री गणेश जोशी, स्वामी यतीश्वरानन्द, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, श्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री श्री विजय बहुगुणा, श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सांसद श्री अजय टम्टा, श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्य सभा सांसद श्री अनिल बलूनी, श्री नरेश बंसल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष/विधायक श्री मदन कौशिक, मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधू, विधायकगण, जिला पंचायत अध्यक्ष, अधिकारीगण एवं अन्य जन प्रतिनिधि उपस्थित थे।