पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) के अगले हफ्ते नई दिल्ली के दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात कर सकती हैं. TMC सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात में वह राज्य के बकाये और बीएसएफ का बढ़ाए गए अधिकार क्षेत्र (BSF Jurisdiction Controversy) जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगी. उधर पश्चिम बंगाल विधानसभा में BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने के विरोध में प्रस्ताव पेश किया गया है. हालांकि BJP ने इस प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की है. विधानसभा में इस प्रस्ताव पर TMC ने कड़ा रुख अपना लिया है.
TMC प्रवक्ता ने कहा- 2024 के लोकसभा चुनाव आ रहे हैं और इस 50 किलोमीटर के दायरे में 22 लोकसभा सीटें आती हैं. बीजेपी BSF के जरिए इन्हीं 22 सीटों पर नज़र रखे हुए हैं, इसलिए ही ये 15 किलोमीटर के दायरे को बढ़ाकर 50 करना चाहते हैं. क्या BSF जवान कानून व्यवस्था के मुद्दे सुलझाने में सक्षम हैं? सिलीगुड़ी से सुंदरबन तक सीमा के इलाके में हत्याएं हुई हैं. टीएमसी ने साफ़ कहा है कि जब तक हमारे शरीर में खून बाकी है, हम बीएसएफ को अपनी जमीन में प्रवेश नहीं करने देंगे. हम देखेंगे कि कैसे आखिर BSF कैसे 50 किलोमीटर के इलाके में घुसती है. हमारी सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी नहीं रहेगी.
CM ममता जाएंगी दिल्ली
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अगले हफ्ते नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकती हैं. इस मीटिंग में भी राज्य के बकाये और बीएसएफ का बढ़ाए गए अधिकार क्षेत्र पर चर्चा होना संभव है. ममता 22 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी का दौरा कर सकती हैं और 25 नवंबर को कोलकाता लौटेंगी. TMC सूत्रों के मुताबिक- ”दिल्ली में अपने तीन दिन के दौरे पर वह प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगी. बनर्जी अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ भी बैठक कर सकती हैं.”
मोदी के साथ उनकी प्रस्तावित बैठक के एजेंडा के बारे में पूछे जाने पर सूत्र ने कहा, ”मुख्यमंत्री राज्य के बकाए चुकाने के लंबे समय से चली आ रही मांग को उठाएंगी. वह सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किलोमीटर से 50 किलोमीटर तक बढ़ाए जाने के केंद्र के फैसले पर अपनी आपत्ति भी दर्ज कराएंगी.” तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने इससे पहले कहा था कि केंद्र का कदम केवल ”आम लोगों को प्रताड़ित” करने वाला है और प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर मुद्दे पर आपत्तियां भी उठाई थी.
लेखक हसन अजीज-उल-हक के निधन पर दुख जताया
इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश के प्रसिद्ध लेखक हसन अजीज-उल-हक के निधन पर मंगलवार को दुख प्रकट करते हुए इसे साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया. बनर्जी ने 82 वर्षीय उपन्यासकार के परिवार और दोस्तों के प्रति शोक-संवेदना प्रकट की. उन्होंने ‘आगुनपाखी’ और ‘नामहीन गोत्रहीन’ जैसी हक की प्रसिद्ध कृतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि लेखक का जन्म पूर्वी बर्द्धमान जिले के मंगलकोट में हुआ था और उन्होंने वहीं से स्कूल की पढ़ाई की थी.
मुख्यमंत्री ने राज्य सचिवालय द्वारा जारी बयान में कहा, ”मैं हसन अजीज-उल-हक के निधन से बहुत दुखी हूं. यह साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. मैं उनके परिजन और मित्रों के प्रति गहरी शोक-संवेदना प्रकट करती हूं.” उम्र संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हक का रविवार रात बांग्लादेश के राजशाही शहर में उनके आवास पर निधन हो गया.