सांसद रंजीत कोली के घर पर 9 नवंबर मध्यरात्रि को फायरिंग की गई. साथ ही धमकी भरे पत्र के साथ जिंदा कारतूस चस्पा करने के मामले में रविवार को नया मोड़ आ गया. रविवार को एक नाबालिग ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके सांसद के घर पर फायरिंग करने और जिंदा कारतूस चस्पा करने की जिम्मेदारी ली है. पुलिस ने तुरंत नाबालिग को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि प्रथम दृष्टया नाबालिग बच्चे की बातों में सच्चाई नजर नहीं आ रही.
सीओ बयाना अजय शर्मा ने बताया कि रविवार को कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि उच्चैन क्षेत्र के एक नाबालिग ने कंट्रोल रूम में फोन करके सांसद के घर पर फायरिंग करने और धमकी भरे पत्र के साथ जिंदा कारतूस चस्पा करने की जिम्मेदारी ली है. सूचना पाकर तुरंत पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और नाबालिग बच्चे को हिरासत में ले लिया. अजय शर्मा ने बताया कि नाबालिग बच्चे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही है और प्रथम दृष्टया उसकी बातों में सच्चाई भी नजर नहीं आ रही. हालांकि नाबालिग से पूछताछ की जा रही है.
गौरतलब है कि 9 नवंबर की मध्यरात्रि को भरतपुर सांसद रंजीता कोली के बयाना स्थित आवास पर अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग कर दी. घर के दरवाजे पर लगे सांसद के पोस्टर पर एक धमकी भरा पत्र और दो जिंदा कारतूस चस्पा कर गए. वहीं हमले से भरतपुर सांसद की तबीयत खराब हो गई और उन्हें आरबीएम जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. इस पूरे मामले की जांच के लिए राजस्थान सरकार ने एसओजी और एसआईटी टीम का गठन किया है. साथ ही बीते दिनों एडीजी सुनील दत्त भी भरतपुर आए और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे मामले का फीडबैक लिया.