बैंक का सर्वर हैक कर साढ़े पांच करोड़ रुपए निकालने वाले गैंग के तीन सदस्यों को ग्वालियर से गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि गिरफ्तार किए गए आरोपी टीचर और उसके छात्र हैं. इस गैंग का सरगना एक नाइजीरियन है, जो नाइजीरिया में बैठकर ही भारत में हैकिंग की घटनाओं की साजिश रचता है. फिलहाल मुंबई पुलिस तीनों को ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई है.
बैंक ऑफ बहरीन एंड कुवैत को बनाया निशाना
दरअसल इस हैकिंग गैंग ने 14 से 16 अगस्त के बीच बैंक ऑफ बहरीन एंड कुवैत की मुंबई शाखा के सर्वर को हैक कर 5.50 करोड़ रुपए निकाल लिए और फिर इन पैसों को देश के विभिन्न 87 खातों में ट्रांसफर कर दिया. जब पुलिस ने इसकी जांच की तो पता चला कि हैकर्स का यह गैंग नाइजीरिया का निवासी मार्टिन चलाता है. मार्टिन कुछ समय भारत में रहा है लेकिन अभी वह नाइजारिया में बैठकर ही गैंग चलाता है. मार्टिन के इशारे पर ही हैकर्स के इस गैंग ने बैंक ऑफ बहरीन एंड कुवैत को अपना निशाना बनाया.
मुंबई क्राइम ब्रांच को पता चला कि जिन 87 खातों में पैसे जमा कराए गए हैं, उनमें से तीन खाते ग्वालियर के हैं और इन तीन खातों से पैसे निकले भी हैं. इसके बाद मुंबई पुलिस की एक टीम ग्वालियर पहुंची और यहां स्थानीय पुलिस की मदद से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. तीनों आरोपी ग्वालियर के वंशीपुरा के रहने वाले हैं और एक आरोपी इंग्लिश की कोचिंग चलाता है, जिसका नाम रवि राजे है. वहीं दो अन्य आरोपी रवि के स्टूडेंट हैं, जिनका नाम प्रभांशु जाटव और दिनेश जाटव है.
मुंबई पुलिस ने दिल्ली से भी समीर नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में पता चला है कि इंटरनेट बैंकिंग के जरिए इस घटना को अंजाम दिया गया. आरोपियों के खाते में साढ़े सात-साढ़े सात लाख रुपए आए थे और उन्हें एक वारदात के 10 से 25 हजार रुपए तक मिलते थे.