नीति शास्त्र में आचार्य चाणक्य ने कई सारी नीतियों का उल्लेख किया है। इसमें वैवाहिक जीवन, आर्थिक संकट, नौकरीपेशा, व्यापार, मित्रता और दुश्मनी आदि से जुड़ी सभी तरह की चीजें समाहित होती हैं। अपनी इन्हीं नीतियों के कारण ही चाणक्य आज भी हर जगह प्रासंगिक है। लोग इन्हीं नीतियों का पालन कर के जीवन को सुखमय बनाना चाहते हैं। एक नीति के जरिए ही आचार्य चाणक्य ने बताया है कि आर्थिक तंगी से उबरने के लिए आखिर वो कौन से उपाय है, जो एक व्यक्ति को करने चाहिए। लेकिन इसके साथ ही चाणक्य का मानना है कि ये कुछ संकेत घर में दिखाई देते है, तो इंसान को तुरंत ही सावधान हो जाना चाहिए।
1. तुलसी का पौधा
अगर घर के आंगन में तुलसी का पौधा सूख जाता है, तो ये बहुत ही अशुभ संकेत हैं। चाणक्य की नीति अनुसार तुलसी के पौधे का विशेष ध्यान देना चाहिए। तुलसी का सूखना आर्थिक तंगी की ओर इशारा करता है।
2. हर समय क्लेश
चाणक्य का मानना है कि जिस घर में कलह और लड़ाई-झगड़ें हुआ करते हैं, वहां लक्ष्मी जी नहीं विराजती हैं। बनते काम भी इन घरों में बिगड़ जाते हैं। इसी कारण से घर में किसी तरह का क्लेश ना होने दें। वरना दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
3. शीशे का टूटना
घर में टूटा हुआ शीशा चाणक्य के अनुसार आर्थिक तंगी की ओर इशारा करता हैं। इससे घर में गरीबी आती है।
4. पूजा पाठ न होना
चाणक्य का मानना है कि जिस घर में पूजा-पाठ नहीं हो पाता है, उस घर में नकारात्मक शक्तियों का वास हो जाता है। इन घरों में दरिद्रता बनी ही रहती है। परिवार के लोगों के बीच मनमुटाव भी बना रहता है। इसलिए घर का माहौल हमेशा भक्तिमय और सुखमय रखना चाहिए।
5. बुजुर्गों का अपमान
जिस घर में बुजुर्गों का अपमान होता है, चाणक्य का मानना है कि उस घर में कभी लक्ष्मी वास नहीं करती है। इसलिए बुजुर्गों का हमेशा सम्मान करना चाहिए।