भारत और चीन के बीच आज एकबार फिर कोर कमांडर स्तर की वार्ता होने जा रही है। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पिछले साल से जारी विवाद के बाद दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच ये 11 वें दौर की बैठक है। भारत और चीन के बीच पिछले साल पांच मई को सीमा पर गतिरोध शुरू हुआ था। पैंगोंग झील वाले क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद दोनों पक्षों ने भारी हथियारों के साथ सीमा पर हजारों सैनिक तैनात किये थे।
बताया जा रहा है कि इस बैठक में भारत पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले शेष स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने पर जोर देगा। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक भारत गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स से सैनिकों की जल्द वापसी पर जोर देगा। इसके अलावा, देपसांग में लंबित मुद्दों के समाधान पर भी जोर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच सीमा पर सालभर से तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस दौरान कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता के बाद फरवरी में दोनों देशों ने पैंगोंग झील के इलाकों से सैनिकों और हथियारों की वापसी की थी। इसके बाद से डेपसांग, गोगरा और हॉट स्पि्रंग्स समेत अन्य क्षेत्रों से भी सैनिकों की वापसी पर चर्चा चल रही है। उम्मीद है कि आज की बैठक में भी दोनों देशों के बीच विवादित मुद्दों पर सहमती बनेगी।
आपको बता दें कि इससे पहले 20 फरवरी को भारत और चीन की सेनाओं के कोर कमांडर-रैंक के अधिकारियों के बीच 10वें दौर की बातचीत हुई थी। करीब 16 घंटे चली इस बैठक में पूर्वी लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देप्सांग जैसे गतिरोध वाले बिंदुओं से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया था।