राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक में 3 जनवरी की सुबह जिस हनुमान मंदिर के तोड़े जाने पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी में तलवारें खिंच गई थी। उसी स्थान पर रातो-रात हनुमान का मंदिर दोबारा बना दिया गया है। शुक्रवार की सुबह जब चांदनी चौक में उसी जगह हनुमान मंदिर लोगों ने देखा तो लोगों के होश उड़ गए और अब यहां इस मंदिर को देखने वालों भीड़ उमड़ गई है। जो नया मंदिर बनाया गया है उसकी एक खासियत है कि यह लोहे-स्टील से बना है। असल में, इसी साल 3 जनवरी को यहां स्थित हनुमान मंदिर को तोड़ दिया गया था। अभी चांदनी चौक में सुंदरीकरण का काम चल रहा है, उसी के कारण मंदिर को यहां से हटा दिया गया था। उस दौरान उत्तर दिल्ली नगर निगम ने कहा था कि मंदिर को तोड़ा नहीं गया है, बल्कि शिफ्ट कर दिया गया है।
बता दें कि दिल्ली सरकार द्वारा चांदनी चौक का सुंदरीकरण का काम चल रहा है, इसी वजह से यहां मेन रोड पर मौजूद मंदिर को लेकर विवाद हुआ था जिसकी वजह से निर्माण में परेशानी आ रही थी। जब मंदिर हटा तो कांग्रेस-भाजपा और आप ने एक दूसरे पर आरोप लगाने शुरू कर दिए। बता दें ये पूरा केस बहुत पुराना है, दिल्ली हाईकोर्ट ने 2015 में गैर-कानूनी रूप से बने धार्मिक स्थलों को हटाने की बात कही थी। जिसके बाद साल 2020 में भी इस आदेश को दोबारा लागू किया गया था। जिसके चलते चांदनी चौक स्थित लगभग पचास साल पुराने हनुमान मंदिर को तोड़ा गया था।
पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर याचिका भी लगाई गई थी, मगर अदालत ने इस केस को सुनने से मना कर दिया था। साथ ही केस को आगे ना बढ़ाने की बात भी कही थी। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी अब इस मंदिर बनने को लेकर अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने प्रतिक्रिया दी कि हमने सौंदर्यीकरण का विरोध नहीं किया था, बल्कि हम मंदिर को फिर से स्थापित करवाने की बात कर रहे थे। अब लोगों ने इसे फिर से बनवा लिया है, जोकि दिल्ली सरकार के मुंह पर तमाचा है। उन्होंने आगे कहा कि मैं इस मंदिर के दर्शन करने जाउंगा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को भी हनुमान जी के दर्शन के लिए जाना चाहिए और प्रायश्चित करना चाहिए।