आधुनिक युग में महिला और पुरुष दोनों को ही बराबर का दर्जा मिला हुआ है। आज के जमाने में महिलाएं कई ऐसे काम कर रही हैं जो पहले पुरुष किया करते हैं। कई क्षेत्रों में तो महिलाएं पुरुषों से भी अच्छा काम कर रही हैं। फिलहाल ये तो थी प्रोफेशनल काम से जुड़ी बातें, मगर आज भी धार्मिक कार्यों में महिलाएं हर चीज नहीं कर सकती है। बहुत से ऐसे कार्य हैं जिनको करने के लिए महिलाओं को वर्जित है।
असल में, शास्त्रों में कुछ ऐसे कार्यों के बारे में बताया गया है जिन्हें महिलाओं को नहीं करना चाहिए। अगर वे यह कार्य करती हैं तो उसे अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि इन कार्यों से महिलाओं को बुरा फल मिलता है। आज हम आपको बताते हैं कि शस्त्रों के मुताबिक कौन कौन से कार्य महिलाओं को नहीं करने चाहिए।
नारियल फोड़ना है वर्जित
ऐसा माना जाता है कि नारियल माँ लक्ष्मी और उर्वरा का प्रतीक है। इसी वजह से शस्त्रों में महिलाओं के नारियल फोड़ना वर्जित है। आपने देखा होगा कि ज्यादातर पुरुष ही नारियल फोड़ते हैं। वहीं अगर कोई शुभ कार्य होता है तब भी महिलाएं कभी नारियल नहीं फोड़ती है।
जनेऊ धारण करना
ये तो आप सभी जानते होंगे कि अधिकतर पुरुष जनेऊ धारण करते हैं। महिलाओं का जनेऊ धारण करना मना है।
बलि देना
जब देवी देवताओं को बलि दी जाती है तो यह कार्य केवल पुरुष ही करते हैं। शास्त्रों में महिलाओं को बलि देने की अनुमति नहीं दी गई है।
बजरंगबली के चरण स्पर्श
ये बात तो आप सभी जानते ही होंगे कि हनुमान जी ब्रह्मचारी थे। इसी कारण महिलाओं को उन्हें स्पर्श करने की अनुमति नहीं है। लेकिन वे दूर से बजरंगबली की पूजा पाठ जरूर कर सकती हैं। शास्त्रों में भी महिलाओं द्वारा हनुमान जी को छूना वर्जित है।
अकेले यज्ञ करना
महिलाओं को अकेले मुख्य यजमान के रूप में यज्ञ करने की इजाजत नहीं है। महिलाएं जब भी यज्ञ करें तो साथ में उनके पति का होना जरूरी है। अन्य धार्मिक कार्यों में भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए। इन्हें करते वक्त उनके साथ किसी पुरुष का होना बहुत जरूरी होता है।