युवाओं का सपना होता है कि वे पढ़-लिख कर, अच्छा कोर्स करके, ऊंची डिग्री प्राप्त करके उसके अनुरूप ही उत्तम आय वाली नौकरी भी प्राप्त करें परन्तु सभी पढ़े-लिखे युवाओं को उनके शिक्षा स्तर के अनुरूप नौकरी नहीं मिल पाती। इसमें कहीं न कहीं किस्मत और भाग्य का दोष अवश्य होता है।
सभी परीक्षाओं को पास करते हुए, अंतिम पड़ाव पर आकर भी असफलता का सामना करना पड़े, यह ऐसे ही तो नहीं हो जाता। इसे भाग्य का दोष ही कहा जा सकता है। यदि आप भी उच्च शिक्षा प्राप्त युवा हैं, अच्छे जॉब की तलाश में हैं, अपनी शिक्षा के अनुरूप जॉब चाहते हैं और आपका भाग्य कई बार आपको अंतिम चरण में धोखा दे चुका है तो निम्न में दर्ज सरल और सफलता दिलाने वाले आसान टोटके आजमा कर देंखे।
योग्यतानुसार नौकरी न मिलने पर
किसी भी सोमवार के दिन फिटकरी का एक ढेला (टुकड़ा) लेकर तवे पर गर्म करके फुला लें। उस फिटकरी के टुकड़े को सात बार सिर के ऊपर वार कर किसी गंदे पानी में बहाएं। इस टुकड़े को घर के वाशबेसिन में भी बहाया जा सकता है क्योंकि वह पानी भी गंदे पानी में जाकर गिरेगा।
काम/रोजगार न मिलने पर
अगर आप कार्य एवं रोजगार की कमी से दुखी और परेशान हैं तथा हीन भावना अनुभव करते हैं तो एक बड़ा-सा पीला नींबू लें। उसके चार बराबर टुकड़े कर लें। दिन ढले चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में फैंक दें और बिना पीछे देखें वापस घर आ जाएं। इस प्रयोग को सात दिन लगातार करें।
इंटरव्यू में सफलता
अपने सामने एक पीला वस्त्र बिछाकर उस पर 108 मनकों वाली प्राण प्रतिष्ठित स्फटिक माला रख दें और सफेद रंग का सूती आसन बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं। उसके पश्चात केसर और वशीकरण इत्र इस माला पर लगा दें और इसका पूजन करें, फिर धूप, दीप, अगरबत्ती करके उपरोक्त मंत्र का 31 बार उच्चारण करें। इस प्रकार ग्यारह दिन तक करने से वह माला ‘वशीकरण माला’ में परिवर्तित जाती है। किसी भी इंटरव्यू में इसे शर्ट के नीचे पहन कर जाएं।
लकड़ी के बाजोट पर पीला रेशमी वस्त्र बिछाकर पांच लाल पुष्प स्थापित करें। प्रत्येक पर एक कमल बीज स्थापित करें। इसका धूप, दीप, नैवेद्य से संक्षिप्त पूजन करें। एक पीले कागज पर कुमकुम से ‘ऊँ नम: शिवाय श्रीं ऊँ’ मंत्र इक्कीस बार लिखें। उसी कागज में कमल बीजों और पुष्पों को लपेट कर शुक्ल पक्ष के बुधवार को रात्रि के समय भूमि दबा दें। लौटते समय पीछे मुड़कर न देखें, न आपको कोई टोके, मन में स्थायी आय के स्थाई स्रोत की प्रार्थना करें।
कैश काउंटर की जगह
किसी भी दुकान के लिए कैश काउंटर की स्थिति बहुत ही अवश्य होती है। इसे ऐसे स्थान पर रखिए जहां से कैशियर, द्वार से आने-जाने वाले लोगों को देख सकें। इस काउंटर को दुकान के मध्य में स्थापित कीजिए जो व्यवसाय की धन-समृद्धि में सहायक हो। इसके पीछे आप दर्पण लगाएं जिससे व्यापार के लाभ में अधिक वृद्धि हो सके। यदि यह संभव न हो तो कैश काउंटर को एकांत एवं अलग कोने में भी रख सकते हैं।
बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए
नौकरी नहीं मिल रही है। व्यवसाय करीब-करीब बंद-सा है। आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। ऐसी स्थिति में पवन पुत्र हनुमान जी का स्मरण कर निम्र प्रयोग मंगलवार से प्रारंभ करें- 22 पीपल के पत्ते लें। प्रत्येक पत्ते के ऊपर लाल चंदन से राम-राम लिखें। फिर इन पत्तों को ऐसा ध्यान करते हुए- ‘कौन सो काज कठिन जग माही, जो नहीं होत तात तुम पाहीं।’ हनुमान जी पर चढ़ा दें। ऐसा 22 दिन पर्यंत करें। इस प्रयोग से नियमितता और शुद्धता जरूरी है एवं कार्य बन जाने तक इसे गोपनीय ही रखना चाहिए।
सावधानी :
रविवार के दिन पीपल के पेड़ से पत्ते तोड़ना वर्जित है। अत: रविवार के लिए शनि के दिन ही पत्ते तोड़कर लाने होंगे। 22 दिन तक कोई नागा न हो, समय लगभग वही रखें जो पहले दिन रखा गया है।
मनचाही जगह तबादला
यदि आप किसी सरकारी सेवा में हैं और अपना स्थानांतरण मनचाही जगह करवाना चाहते हैं, तो भगवान सूर्य को प्रात:काल सूर्योदय के समय अर्घ्य दें, जल में लाल मिर्च के 21 बीज डालकर अर्पण करें। इससे शीघ्र ही आपकी मनोकामना पूर्ण होगी।
आय में वृद्धि
अपने घर के आस-पास झाड़ियों में अथवा पास के जंगल या घने वृक्षों वाले बगीचे में जहां श्यामा चिड़ियां का घोंसला हो, उस पेड़ के नीचे एक रुपया (सिक्का) लक्ष्मी मंत्र ‘ऊँ महालक्ष्म्यै नम:’ से अभिमंत्रित करके गाड़ दें। श्यामा चिड़ियां अगले दिन तक उस सिक्के को अपनी चोंच से खोदकर निकाल देगी। उस सिक्के को आदरपूर्वक घर ले आएं और पुष्प, धूप, दीप आदि से पूजन कर तिजोरी में रखें।
रोजगार के अवसर जुटाएं
साधक को चाहिए कि वह बांदे को शुभ नक्षत्र में लाकर मंत्र से सिद्ध करके पूजा, धूप-दीप इत्यादि देकर पूर्णत: शुद्ध करें। इसके लिए किसी कर्मकांडी ब्राह्मण से अपनी कुंडली के आधार पर चंद्रमा की शुभ स्थिति का पता लगा लें अर्थात चंद्रमा उसके लिए बली होना चाहिए। साथ ही बली चंद्रमा के साथ शनिवार का दिन होना भी आवश्यक है और उसके साथ ही चौथ, नवमी व चतुर्दशी तिथि होना भी अनिवार्य है।
ऐसा मुहूर्त हो जाए तो शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले ही नियमानुसार पीपल का बांदा ले आएं (शुक्रवार की शाम को इसे निमंत्रण दिया हुआ होना चाहिए)। शनिवार को जब उपरोक्त तिथियां पड़ रही हों तो बांदे की देव प्रतिमा मानकर आराधना करें। पंचोपचार पूजन से यह बांदा शक्ति सम्पन्न हो जाता है, तब इसे धारण करने से साधक रोजगार के अवसर सरलता से जुटा सकता है। धारण करने के लिए भोजपत्र में लपेट कर लाल वस्त्र का ताबीज सिलवा लेना चाहिए। ऐसा करने से बेरोजगार भी रोजगार प्राप्त कर सुखी-समृद्ध बन सकता है।
पेशे से संबंधित समस्या के समाधान हेतु
पेशे से संबंधित कोई भी समस्या हो, तो घर में चांदी के गोल पात्र में शहद भर कर रखें। शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार को मूल्य चुकाए बगैर, किसी से वस्तु न लें।