भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का दावा है कि 26 जनवरी के बाद मेरठ से दिल्ली का सफर 45 मिनट में पूरा होने लगेगा। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चौथे चरण डासना से मेरठ पर वाहन फर्राटा भरते नजर आ रहे हैं। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने भाजपा के जिला और महानगर पदाधिकारियों के साथ डासना से मेरठ तक एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया। 20 गाड़ियों का काफिला डासना से चढ़कर परतापुर पर उतरा।
सांसद दोपहर 12 बजे मेरठ-बुलंदशहर हाईवे से चलकर सीधे डासना पहुंचे। दोपहर दो बजे डासना से मेरठ की ओर चले। गाड़ियों की रफ्तार 60 किमी प्रतिघंटा थी। हालांकि, रास्ते में तीन स्थानों पर एक्सप्रेसवे पर सुविधाएं और अन्य जानकारियों के बारे में एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद कुमार और जीआर इंफ्रा के प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज बैरवा ने बातचीत की।
दोपहर तीन बजे परतापुर इंटरचेंज पर आकर सीधे काफिला मेरठ रुका। रास्ते में लगभग सभी काम पूरा हो चुका है। सिर्फ एक्सप्रेसवे पर फिनिशिंग का काम बचा है। उसे भी अगले एक-दो सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर फरवरी में एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करा दिया जाएगा। अभी यहां बचा है काम
डासना : रेलवे फाटक के ऊपर गार्डर रख दिए गए हैं। यहां एक हिस्से में आरओबी को पूरा किया जाना है। सेंट्रल ब्रिज को भी जोड़ा जाना है।
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे : डासना से आगे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के ऊपर से गुजर रहा है। इस हिस्से को ईस्टर्न पेरिफेरल के दूसरे हिस्से जोड़ने के लिए एक हिस्से का कार्य अभी बचा हुआ है। इसे भी जल्द जोड़ने का दावा किया गया है।
परतापुर इंटरचेंज : ये दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का मुख्य व अंतिम केंद्र हैं। यहां भी कार्य अंतिम चरण में है। एनएचएआई का दावा है कि जनवरी के दूसरे सप्ताह तक इंटरचेंज को तैयार कर लिया जाएगा।
एक्सप्रेसवे के चरण
पहला चरण – हजरत निजामुद्दीन से यूपी गेट – 8 किमी -पूर्ण
दूसरा चरण – यूपी गेट से डासना – 20 किमी – लगभग पूर्ण
तीसरा चरण – डासना से हापुड़ – 22 किमी – पूर्ण
चौथा चरण – डासना से मेरठ – 32 किमी – 95 प्रतिशत पूर्ण