बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम (Bihar Assembly Election Result) को अब तीन दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी भी कई राजनीतिक दल हार मानने को तैयार नहीं है। राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने भाजपा के बराबर सीट हासिल की थी, लेकिन जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के साथ गठबंधन से NDA ने जीत हासिल कर ली। हालांकि, NDA की जीत के बाद भी कई राजनीतिक पार्टी गठबंधन को तोड़ने की कोशिश में लगे हैं। कई पार्टियां जीतन राम मांझी को निशाना बना रहे हैं और उन्हें फोन कॉल भी कर रहे हैं।
इस बात का खुलासा हम पार्टी ने ही किया है। पार्टी का दावा है कि बिहार में अभी भी राजनीतिक ड्रामा जारी है। NDA को तोड़ने के लिए दूसरे पार्टी के नेता कॉल भी कर रहे हैं। हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान का कहना है कि उनकी पार्टी के पास दूसरे दल के लोग फोन कर रहे हैं और गठबंधन करने की बात कह रहे हैं। हालांकि, रिजवान ने NDA का साथ छोड़ने से साफ इनकार किया है।
रिजवान के मुताबिक, विपक्ष के कई हमारे मित्र गठबंधन को लेकर मुझे फोन कर रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता होने के नाते मैं ये बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम किसी भी कीमत पर एनडीए का साथ छोड़ने को तैयार नहीं हैं। रिजवान ने कहा, हमारे नेता जीतन राम मांझी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि हम (पार्टी) माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में चुनाव में थी, हम उनके साथ थें और जबतक प्राण है तबतक उनके साथ ही रहेंगें।
बता दें कि, बिहार में NDA की सरकार बनने के बाद जीतन राम मांझी को चार सदस्यीय विधायक दल का नेता चुना गया है। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद जीतन राम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उनके सभी विधायकों को NDA में शामिल हो जाने की बात कही। इसके अलावा जीतन ने ये भी घोषणा की कि वह नीतीश सरकार में अब मंत्री नहीं बनेंगे।