चाय बेचने से लेकर प्रधानमंत्री तक का सफर तय करना कोई आसान बात नहीं है। पूरी जिंदगी निकल जाती है और लोग विधायक के पद से भी ऊपर नहीं उठ पाते हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी नाम की शख्सियत ने सभी बेड़ियों और मिथकों को तोड़कर प्रधानमंत्री की कुर्सी हासिल की। उनकी क्षमता और दृढ़ निश्चय के आगे सभी मिथक टूट गए और एक नया विचार जन्मा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मुख्यमंत्री से लेकर पीएम तक के सफर का 20वां साल है। पीएम मोदी ने इन 20 सालों में सीएम और प्रधानममंत्री के तौर पर जनसेवा की।
लगातार तीन बार बने CM
पीएम मोदी की क्षमता का आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वह लगातार तीन बार गुजरात के सीएम (CM of Gujarat) के रूप में शपथ ले चुके हैं और दो बार पीएम की शपथ ले चुके हैं। पीएम मोदी ने आज ही के दिन यानि 7 अक्टूबर 2001 को पहली बार गुजरात के सीएम के तौर पर राजनीतिक करियर की शुरुआत की और 2002 में शपथ ग्रहण की। फिर उन्होंने 2007 का चुनाव लड़े और जीते, फिर 2012 में सीएम पद के लिए चुनाव लड़े और फिर से जीते है। इसके बाद मोदी ने सीएम के पद में रहते हुए प्रधानमंत्री उम्मीदवार (PM candidate) पर चुनाव लड़ने का फैसला किया।
BJP ने दिया था साथ
मोदी के इस फैसले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उनका बहुत साथ दिया। साल 2013 में भाजपा ने पीएम मोदी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार बना दिया और साथ ही साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सदस्य भी बना दिए गए। प्रधानमंत्री के उम्मीदवार बनने के लिए मोदी ने मजबूत रणनीति का सहारा लेकर 2014 में वह चुनाव लड़े और पूर्ण बहुमत जीते। मोदी के आने से सालों से चल रही कांग्रेस की सरकार को हटा दिया और इतिहास रचा।
लिए ऐतिहासिक फैसले
मोदी ने जिस तरह सीएम के पद पर रहते हुए चर्चाएं बटोरी, वैसे ही उन्होंने पीएम पद पर रहते हुए भी खूब चर्चाएं बटोरी और प्रसिद्धि हासिल की। मोदी की उसी प्रसिद्धि का नतीजा है कि 2019 में उनके नाम पर एक बार फिर से चुनाव जीत लिया गया और लगातार दोबारा वह देश के प्रधानमंत्री बने। पीएम मोदी के पहले और दूसरे कार्यकाल के फैसले काफी ऐतिहासिक रहे हैं। मोदी ने पीएम कार्यकाल में रहते हुए कई अहम फैसले लिए जो सालों से पेंडिंग पड़े थे।
मोदी ने हटाया जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370
सालों से भारत के लिए फांस बने जम्मू कश्मीर के अनुच्छेद 370 को मोदी सरकार ने उखाड़ के फेंक दिया। मोदी ने 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को हटा दिया। इसे अनुच्छेद को हटाए जाने के बाद अब जम्मू-कश्मीर में देश के वो सभी कानून लागू हो गए, जिन्हें 70 साल तक लागू नहीं किया जा सका था यानि जम्मू कश्मीर अब भारत का हिस्सा बन गया है। वहां अब भारत का कानून चलेगा। यहां तक कि जम्मू कश्मीर के झंडे को भी हटाकर वहां तिरंगा लगा दिया गया है। अब कश्मीरी देश भर में सरकारी लाभों का फायदा ले सकते हैं।
राम मंदिर विवाद खत्म
दशकों से चला आ रहा विवाद अब खत्म हो चुका है जिसका श्रेय मोदी सरकार को ही जाता है। सालों से कोर्ट की कार्रवाई में उलझे भगवान राम को सुप्रीम कोर्ट से न्याय मिला और 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले ने अयोध्या में रामजन्मभूमि को ही राम का जन्म का स्थान माना। कोर्ट के आदेश के बाद मोदी सरकार ने राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन कर दिया है और राम मंदिर निर्माण का काम शुरू हो गया है।
तीन तलाक खत्म
इस्लाम धर्म में तीन तलाक का महत्व होता है जो मुस्लिम महिलाओं के लिए फांसी के फंदे से कम नहीं होता है। इस प्रथा को खत्म करने का मोदी सरकार ने खत्म कर दिया। तीन तलाक कानून के तहत कोई भी मुस्लिम शख्स मौखिक, लिखित या किसी अन्य माध्यम से अपनी पत्नी को एक बार में तीन बार तलाक देता है तो वह अपराध माना जाएगा ऐसी मुस्लिम महिलाएं जो तीन तलाक के डर के साए में जीने को मजबूर थीं अब आत्मसम्मान के साथ अपनी जिंदगी जी रही हैं।
देश में CAA लागू
साल 2019 में देश भर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लाया गया। इसके मुताबिक, नागरिकता संशोधन कानून के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को भारत में नागरिकता का अधिकार मिल गया, यानि कि इन देशों के हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई जो सालों से शरणार्थी की जिंदगी जीने को मजबूर थे, उन्हें भारत की नागरिकता प्राप्त करने का अधिकार मिल सकती है। इसको लेकर देशभर में काफी प्रदर्शन हुआ लेकिन पीएम मोदी ने अपने कदम पीछे नहीं हटाए।