अटल टनल से लेह-मनाली के बीच की दूरी 46 किमी कम होगी. साथ ही चीन-पाकिस्तान बॉर्डर पर भारत की रणनीतिक ताकत भी बढ़ेगी.लद्धाख में चीन लगातार घुसपैठ की फिराक में है. लेकिन अब उसके लिए ऐसा करना आसान नहीं होगा. पीएम मोदी आज अटल टनल का उद्धाटन करेंगे, जो भारत के लिए चीन पर एक मास्टर स्ट्रोक साबित होगा. अटल टनल बनकर तैयार और इसकी लंबाई 9 किलोमीटर है. इसके साथ ही पीएम मोदी कोरोना काल में पहली सार्वजनिक सभा करेंगे. पीएम मोदी सोलांग वैली में जनसभा करेंगे।
अटल टनल का ‘नंबर गेम’
– 10 साल में बनी अटल टनल
– 10,000 फीट की ऊंचाई पर
– 9 किमी लंबाई
– 3000 कार/दिन गुजर सकती है
अटल टनल की खासियत
– सभी मौसम के लिए उपयुक्त
– आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार
– सुरंग के नीचे एग्जिट गेट
– बर्फ-हिमस्खलन से बेअसर
– 150 मीटर पर फोन
– ऑटोमेटिक CCTV सिस्टम
– हवा की गुणवत्ता मापने का यंत्र
– आग से निपटने में सक्षम
अटल टनल से ये होंगे फायदे
– पाकिस्तान-चीन बॉर्डर पर रणनीतिक ताकत बढ़ेगी
– सीमावर्ती इलाकों तक जल्द पहुंचना संभव हुआ
– सर्दियों में सेना के लिए रसद पहुंचाना आसान हुआ
– पूरे साल सीमावर्ती इलाकों पर चौकसी और बढ़ेगी
– सर्दियों में सीमा पर सेना की ताकत और बढ़ेगी
– सर्दियों में रोहतांग दर्रे से गुजरने की मुश्किलें खत्म
– सामान पहुंचाने के लिए जोजिला पास पर निर्भरता खत्म
– विकट हालात में खासतौर से चीन से निपटना आसान हुआ